प्रकृति के ऊपर 10 लाइन की कविता
Answers
Answer:
हे ईस्वर तेरी बनाई यह धरती , कितनी ही सुन्दर
नए – नए और तरह – तरह के
एक नही कितने ही अनेक रंग !
कोई गुलाबी कहता ,
तो कोई बैंगनी , तो कोई लाल
तपती गर्मी मैं
हे ईस्वर , तुम्हारा चन्दन जैसे व्रिक्स
सीतल हवा बहाते
खुशी के त्यौहार पर
पूजा के वक़्त पर
हे ईस्वर , तुम्हारा पीपल ही
तुम्हारा रूप बनता
तुम्हारे ही रंगो भरे पंछी
नील अम्बर को सुनेहरा बनाते
तेरे चौपाये किसान के साथी बनते
हे ईस्वर तुम्हारी यह धरी बड़ी ही मीठी
FOLLOW ME
Answer:
Hey mate hope it will help you out little...
भारत देश हमारा है हम इसका सहारा है
पहाड़ समुंदर नदियां कहती भारत सबसे प्यारा है
हरा भरा यह देश हमारा जो सब को भा जाए
महान लोगों की जन्मभूमि है जिस पर हम सब को नाज है तिरंगा हमारी शान है इस पर सबको सम्मान है
इस देश पर मर मिटेंगे
क्योंकि यही हमारा जीवन और यही हमारी जान है
हम सब कुछ कर दिखलाएंगे
इस देश की कला और संस्कृति सबसे महान है
इस मातृभूमि पर गर्व है
उन वीरों का यह काम है
जय हिंद


