Hindi, asked by anshujoshi31, 3 months ago

प्रकृति से संबंधित दो कविताएँ लिखे​

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Answered by swapnil5881
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Answer:

. Poem on Nature in Hindi – प्रकृति की लीला न्यारी

प्रकृति की लीला न्यारी,

कहीं बरसता पानी, बहती नदियां,

कहीं उफनता समंद्र है,

तो कहीं शांत सरोवर है।

प्रकृति का रूप अनोखा कभी,

कभी चलती साए-साए हवा,

तो कभी मौन हो जाती,

प्रकृति की लीला न्यारी है।

कभी गगन नीला, लाल, पीला हो जाता है,

तो कभी काले-सफेद बादलों से घिर जाता है,

2प्रकृति की लीला न्यारी है।

कभी सूरज रोशनी से जग रोशन करता है,

तो कभी अंधियारी रात में चाँद तारे टिम टिमाते है,

प्रकृति की लीला न्यारी है।

कभी सुखी धरा धूल उड़ती है,

तो कभी हरियाली की चादर ओढ़ लेती है,

प्रकृति की लीला न्यारी है।

कहीं सूरज एक कोने में छुपता है,

तो दूसरे कोने से निकलकर चोंका देता है,

प्रकृति की लीला न्यारी है।

. प्रकृति पर कविताएं – सूरज निकला गगन में

सूरज निकला गगन में दूर हुआ अंधियारा,

पेड़ों ने ली अंगड़ाई, ठंडी ठंडी हवा चलाई,

पक्षियों ने भी नभ में छलांग लगाई।

हरे-भरे बागानों में रंग बिरंगे फूल खिले,

फूलों ने अजब सी महक फैलाई,

तितली, भंवरों को वो खींच लाई।

रसपान कर फूलों का सबने मौज उड़ाई,

देख प्रकृति की सुंदरता को,

कोयल भी धीमे-धीमे गुनगुनाए।

रंग बदलती प्रकृति हर पल मन को भाए,

नभ में कभी बादल तो कभी नीला आसमां हो जाए,

रूप तेरा देख कर हर कोई मन मोहित हो जाए।

झील, नदियां मीठा जल पिलाएं,

पर्वत हमें ऊंचाई को छुना सिखाएं,

प्रकृति हमें सब से प्रेम करना सिखाए।

रात के अंधियारे में चांद भी अपनी कला दिखाएं,

सफेद रोशनी से प्रकृति को रोशन कर जाए,

तारे भी टिमटिमा कर नाच दिखाएं।

प्रकृति हमें रूप अनेक दिखाती,

एक दूसरे से प्रेम करना सिखाती,

यही हमें जीवन का हर रंग बतलाती।

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