"प्रणम्य" शब्द में कोनसा प्रत्यय है?
कत्वा
तुमुन
ल्यप्
Answers
Answered by
0
Answer:
.) “ल्यप्” का “य” शेष रहता है । ल् और प् हट जाते हैं ।
(2.) इसका भूतकाल में ही प्रयोग होता है ।
(3.) इसका भी अर्थ “करके” होता है।
(4.) वाक्य में इसका प्रयोग भी प्रथम और गौण क्रिया के साथ ही होता है ।
(5.) यह भी दो वाक्यों को जोडने का काम करता है ।
(6.) इसका केवल एक ही परिस्थिति में प्रयोग होता है, जो महत्त्वपूर्ण है, और वह यह है कि जब धातु से पूर्व कोई उपसर्ग आ जाए तो “क्त्वा” के स्थान पर इसका (ल्यप्) प्रयोग होता है ।
Similar questions