प्रस्तुत कुण्डलिया द्वारा कवि क्या सन्देश देना चाहते हैं? समझाकर लिखिए।
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Explanation:
₦ł₦ℑ₳༒꧂ को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है, और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको, हुमारा ये पेघाम हैं, “वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो, वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”
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Answer:
यहां पर कवि सीधा संदेश दिया है कि गुणों को अपनाओ, रंग-रूप को महत्व न दो। इस प्रकार अन्य कुंडलियों में भी 'गिरिधर कविराय' ने नीतिपरक बातें कहकर जीवन की व्यवहारिकता को बेहद सरल व रोचक ढंग से समझाने का प्रयत्न किया है। Answer: ... गिरिधर कविराय नीति, वैराग्य और जीवन के आध्यात्मिक पक्ष को अपनी कुंडलियों का विषय बनाया था।
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