प्रस्तुत काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए।
ये अनजान नदी की नावे
जादू के-से पाल उड़ाती
आती मंथर चाल।
नीलम पर किरनों की साँझी,
फिर भी लाद निरंतर लाती
सेंदुर और प्रवाल।
कुछ समीप की, कुछ सुदूर की,
कुछ चंदन की, कुछ कपूर की,
कुछ में गेरू, कुछ में रेशम,
कुछ में केवल जाल।
ये अनजान नदी की नावे
जादू के-से पाल उड़ाती
आती मंथर चाल।
I. कवि ने 'अनजान नदी की नावें' किसके लिए प्रयुक्त किया
II. 'जादू के-से पाल' से कवि का क्या आशय है?
III. 'नीलम पर किरनों की साँझी' से कवि क्या कहना चाहता है।
IV. नदी की नावों में क्या भरा हुआ था?
V. काव्यांश के अनुसार, अनजान नदी की नावों की क्या विशेषता है?
Answers
I. कवि ने 'अनजान नदी की नावें' किसके लिए प्रयुक्त किया
► कवि ने ‘अनजान नदी की नावें’ बादलों के लिये प्रयुक्त किया है।
II. 'जादू के-से पाल' से कवि का क्या आशय है?
► ‘जादू के-से-पाल’ से कवि का आशय बादल से बनने वाली आकर्षक छवियों से है।
III. 'नीलम पर किरनों की साँझी' से कवि क्या कहना चाहता है।
► ‘नीलम पर किरनों की साँझी’ से कवि कहना चाहता है, कि नीले आकाश में सूरज की किरणों का अठखेलियां करने से है।
IV. नदी की नावों में क्या भरा हुआ था?
► नदी की नावों में सेंदुर और प्रवाल से भरा हुआ था।
V. काव्यांश के अनुसार, अनजान नदी की नावों की क्या विशेषता है?
►कवि के अनुसार अनजान नदी के नामों की विशेषता यह है कि यह तरह-तरह की नावें हैं। कुछ नावें सुदूर की है, तो कुछ नावें चंदन की, कुछ नावें कपूर की, तो कुछ गेरु की, कुछ नावें रेशम की और कुछ केवल जाल की जो दृष्टि को भ्रमित करके बाँधने का कार्य कर रही हैं।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼