प्रस्तुत काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए
मधुप गुनगुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी मुरझाकर गिल नई पत्तियां देखो कितनी आज घनी इस गंभीर अनंत नीलिमा में असंख्य जीवन इतिहास…………. अपने को समझो मेरा रस ले अपनी भरने वाले।
(आत्मकथ्य - जयशंकर प्रसाद - क्षितिज)
क) कवि अपनी आत्मकथा दोस्तों के सामने व्यक्त क्यों नहीं करना चाहता?
ख)कवि ने ‘मधुप’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया है?
ग)कवि ने यहां अपने जीवन के किस पक्ष का उल्लेख किया है?
(Class 10 Hindi A Sample Question Paper)
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क) कवि अपनी आत्मकथा दोस्तों के सामने व्यक्त इसलिए नहीं करना चाहता क्योंकि कवि के जीवन में केवल असफलता, पीड़ा, दुःख और निराशा के भाव ही थे इसलिए वह अपना मजाक नहीं बनवाना चाहता था। उसके जीवन में ऐसा कुछ भी महान नहीं है जिससे लोग उसकी प्रशंसा करें।
ख) कवि ने ‘मधुप’ शब्द का प्रयोग मन रूपी भौंरे के लिए किया है। वह गुनगुनाकर अपनी आपबीती सुना रहा है। कवि अपने जीवन के दु:खद एवं अभावग्रस्त पक्ष को दूसरों को नहीं बताना चाहता।
ग) कवि ने यहां अपने जीवन के दु:खद पक्ष का उल्लेख किया है कि कवि के जीवन में केवल निराशा ही व्याप्त है।
ख) कवि ने ‘मधुप’ शब्द का प्रयोग मन रूपी भौंरे के लिए किया है। वह गुनगुनाकर अपनी आपबीती सुना रहा है। कवि अपने जीवन के दु:खद एवं अभावग्रस्त पक्ष को दूसरों को नहीं बताना चाहता।
ग) कवि ने यहां अपने जीवन के दु:खद पक्ष का उल्लेख किया है कि कवि के जीवन में केवल निराशा ही व्याप्त है।
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Namaste !
(क) कवि अपनी आत्मकथा दोस्तों के सामने व्यक्त इसलिए नहीं करना चाहता क्योंकि उनके जीवन में केवल निराशा , दुःख , पीड़ा, तथा विफलता है | वे अपने जीवन के इन भावों को दूसरों के सामने लाकर अपना मज़ाक नहीं बनवाना चाहता | कवि के अनुसार उनके जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं है जो प्रशंसात्मक एवं महान हो|
(ख) मधुप शब्द , यहां मन रूपी भौंरे के लिए प्रयोग किया है |यही मन रूपी भौंरा गुनगुनाता रहता है तथा कवि के जीवन में घटित दुखद पलों का स्मरण कवि को करवाता है।
(ग) इन पंक्तियों द्वारा कवि ने अपने जीवन में घटित उन दुखद तथा निराशा से भरे क्षणों का उल्लेख किया है |
(क) कवि अपनी आत्मकथा दोस्तों के सामने व्यक्त इसलिए नहीं करना चाहता क्योंकि उनके जीवन में केवल निराशा , दुःख , पीड़ा, तथा विफलता है | वे अपने जीवन के इन भावों को दूसरों के सामने लाकर अपना मज़ाक नहीं बनवाना चाहता | कवि के अनुसार उनके जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं है जो प्रशंसात्मक एवं महान हो|
(ख) मधुप शब्द , यहां मन रूपी भौंरे के लिए प्रयोग किया है |यही मन रूपी भौंरा गुनगुनाता रहता है तथा कवि के जीवन में घटित दुखद पलों का स्मरण कवि को करवाता है।
(ग) इन पंक्तियों द्वारा कवि ने अपने जीवन में घटित उन दुखद तथा निराशा से भरे क्षणों का उल्लेख किया है |
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