Hindi, asked by ghhb, 1 year ago

प्रस्तुत पंक्तियों में रस की व्यंजना किस प्रकार हो रही है, स्पष्ट कीजिए?
1. रे मन आज परीक्षा तेरी।
विनती करती हूँ मैं तुम्हसे बात न बिगड़े मेरी।
यदि वे चल आये हैं इतना तो दो पद उनको है कितना?
क्या भारी वह मुझको जितना? पीठ उन्होंने फेरी।

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Answered by abhay9181
6

shringar ras hai isme

Answered by Anonymous
3

प्रस्तुत पंक्तियों में ' श्रृंगार रस ' का सुंदर वर्णन

है ।

नोट:- श्रृंगार रस का स्थायी भाव ' रति ' है ।

रस अर्थात काव्य का आनंद । काव्य को

पढ़कर पाठक को , जो भी अनुभूति होती है उस

रस जहा जाता है । प्रमुख तौर पर ग्यारह रस

माने गाए है । जिनका नाम कुछ इस प्रकार है:-

• श्रृंगार रस • भक्ति रस • शांत रस

• वात्सल्य रस • वीर रस • हास्य रस

• करुण रस • रौद्र रस • वीभत्स रस

• भयानक रस • अद्भूत रस

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