प्रस्तुत पाठ में लेखक ने सालिम अली का कौन-सा रूप सामने लाया है?
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जाबिर हुसैन द्वारा रचित पाठ ‘सांवले सपनों की याद’ प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी सलीम अली से संबंधित संस्मरण है। इसमें लेखक ने सलीम अली की मृत्यु से उत्पन्न अपनी भावनाओं को दर्शाया है। वह उस वन पक्षी के समान प्रकृति में विलीन होने जा रहे हैं जो अपने जीवन का अंतिम गीत गाकर सदा के लिए खामोश हो गया हो।
उत्तर :-
इस पाठ में लेखक ने सलीम अली को एक सुप्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक तथा समर्पित बर्ड वाचर के रूप में प्रस्तुत किया है। बचपन में उनकी एयर गन से एक गौरैया घायल हो गई थी जिसका दर्द देखकर उनके मन में पक्षी प्रेम उत्पन्न हो गया था। उसके बाद वह जीवन भर दूरबीन लेकर विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की खोज करते रहे और ‘एक गौरैया का गिरना’ शीर्षक पुस्तक में पक्षियों से संबंधित अपने अनुभवों को लिखा। वे प्रकृति प्रेमी थे । उन्हें प्रकृति का बारीकी से निरीक्षण करने में अपार सुख मिलता था । उन्हें पर्यावरण को सुरक्षित रखने की बहुत चिंता रहती थी इसलिए उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को केरल की ‘साइलेंट वैली’ को रेगिस्तानी हवा से बचाने का अनुरोध किया था। वह निरंतर लंबी लंबी यात्राएं करके पक्षियों पर खोज करते थे ।उनकी आंखों पर हमेशा चढ़ी रहती थी जिसे उनकी मृत्यु के बाद ही निकाला गया था। उनकी मृत्यु कैंसर से हुई थी।