Hindi, asked by rashijain3038, 1 month ago

प्रसन्नता पर कहानी बताइए​

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Answered by GeniusMayank
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Answer:

सुबह होते ही, एक भिखारी नरेन्द्रसिंह के घर पर भिक्षा मांगने के लिए पहुँच गया। भिखारी ने दरवाजा खटखटाया, नरेन्द्रसिंह बाहर आये पर उनकी जेब में देने के लिए कुछ न निकला। वे कुछ दुखी होकर घर के अंदर गए और एक बर्तन उठाकर भिखारी को दे दिया।

भिखारी के जाने के थोड़ी देर बाद ही वहां नरेन्द्रसिंह की पत्नी आई और बर्तन न पाकर चिल्लाने लगी- "अरे! क्या कर दिया आपने चांदी का बर्तन भिखारी को दे दिया। दौड़ो-दौड़ो और उसे वापिस लेकर आओ।"

नरेन्द्रसिंह दौड़ते हुए गए और भिखारी को रोककर कहा- "भाई मेरी पत्नी ने मुझे जानकारी दी है कि यह गिलास चांदी का है, कृपया इसे सस्ते में मत बेच दीजियेगा।" वहीँ पर खड़े नरेन्द्रसिंह के एक मित्र ने उससे पूछा- मित्र

!जब आपको पता चल गया था कि ये गिलास चांदी का है तो भी उसे गिलास क्यों ले जाने दिया?"

नरेन्द्रसिंह ने मुस्कुराते हुए कहा- "मन को इस बात का अभ्यस्त बनाने के लिए की वह बड़ी से बड़ी हानि मैं भी दुखी या निराश ना हो!'

HOPE IT HELPS :D

MARK ME AS BRAINLIEST ; )

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