Hindi, asked by urmilakakodiya1, 7 months ago

प्रश्ि-2 अर्ोललखखर् पद्याींश को पढ़कर प्रश्िों केउत्तर दीजजए –1×5 पीकर जजनकी लाल शर्खाएाँ,उगल रही सौ लपट ददर्ाएाँ, जजनके शसांहनाद से सहमी,धरती रही अभी तक डोल । कलम, आज उनकी जय बोल।अांधा चकाचौंध का मारा, क्या जाने इततहास बबचारा,साखी हैंउनकी मदहमा के, सूयश चन्र भूगोल खगोल।कलम,आज उनकी जय बोल। (i)क्या जाने इततहास बेचारा कहकर कवि इततहास को युग का दपशण क्यों नहीां मानता? क- इततहास गलत है। ख-इततहास में सभी र्हीदों का जजक्र नहीां है। ग-इततहास अधूरा है। घ-उपरोक्त में से कुछ भी नहीां। (ii)कलम से ककनकी जय बोलने का आग्रह ककया गया है- क-राजाओां की ख-अांग्रेजों की ग-िीर र्हीदों की घ-ककसानों की (iii)'साखी'र्ब्द का क्या अथश है? क-दोहे ख-पद ग-साक्षी घ-दर्शक (iv) तनम्नशलखखत में से कौन िीर र्हीदों की र्हादत के साक्षी नहीां है ? क-सूय श ख-धरती ग-चांरमा घ-भूगोल (v)उपरोक्त पद्याांर् में पराजय का विलोम र्ब्द क्या है? क-शसांहनाद ख-शर्खाएां ग-जय घ-सहमी

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Answered by Mehtasaab97
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Answer:

जजनके शसांहनाद से सहमी,धरती रही अभी तक डोल । कलम, आज उनकी जय बोल।अांधा चकाचौंध का मारा, क्या जाने इततहास बबचारा,साखी हैंउनकी मदहमा के, सूयश चन्र भूगोल खगोल।कलम,आज उनकी जय बोल। (i)क्या जाने इततहास बेचारा कहकर कवि इततहास को युग का दपशण क्यों नहीां मानता? क- इततहास गलत है। ख-इततहास में सभी र्हीदों का जजक्र नहीां है। ग-इततहास अधूरा है। घ-उपरोक्त में से कुछ भी नहीां। (ii)कलम से ककनकी जय बोलने का आग्रह ककया गया है- क-राजाओां की ख-अांग्रेजों की ग-िीर र्हीदों की घ-ककसानों की (iii)'साखी'र्ब्द का क्या अथश है? क-दोहे ख-पद ग-साक्षी घ-दर्शक (iv) तनम्नशलखखत में से कौन िीर र्हीदों की र्हादत के साक्षी नहीां है ? क-सूय श ख-धरती ग-चांरमा घ-भूगोल (v)उपरोक्त पद्याांर् में पराजय का विलोम र्ब्द क्या है? क

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