प्रश्न 1.
भारतीय सामाजिक व्यवस्था में विवाह क्या माना जाता है?
Answers
Answer:
Bhartiya samaajik byawastha me vivaah a riti kahlati hai
jo ladkiyon ko karna padta hai
भारतीय सामजिक व्यवस्था में विवाह को एक पवित्र संस्कार माना जाता है।
भारतीय दर्शन में विवाह को एक जीवनावश्यक संस्कार की तरह माना जाता है, जीवन के लिये सोलह संस्कार निर्धारित किये गये हैं। विवाह को भी इन्हीं सोलह संस्कारों में से एक है।
भारतीय दर्शन में वैसे तो विवाह के कई प्रकार हैं, लेकिन सबसे अधिक प्रचलित रूप ‘ब्रह्मा विवाह’ है, जिसे आज हम ‘सुसंगत विवाह’ (Arranged Marriage) कहते हैं।
पश्चिम में तथा दूसरी कई अनेक संस्कृतियों में विवाह को एक अनुबंध माना जाता है, जिसे कभी भी समाप्त किया जा सकता है।
भारतीय सामाजिक व्यवस्था और दर्शन में विवाह एक अनुबंध नही बल्कि जीवन भर का शाश्वत बंधन है, जिसे पूरे जीवन निभाना है।
भारतीय कानून में भले ही तलाक को मान्यता और प्रचलन हो लेकिन प्राचीन भारतीय सामाजिक व्यवस्था में तलाक जैसी किसी प्रथा का स्थान नही था।