Hindi, asked by prasoonpandey, 1 month ago

प्रश्न-1 नीचे लिखे गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
5
विश्वविख्यात होते हुए भी स्वामी विवेकानंद का स्वभाव अति सरल व विनम्र था। वे
अंग्रेजी के पूर्ण पंडित और अपने समय के सर्वश्रेष्ठ वक्ता थे । संस्कृत के साथ-साथ उनका
जर्मन,ग्रीक,फ्रेंच आदि भाषाओं पर अधिकार था। वे केवल चार घंटे सोते थे। प्रातः चार बजे
उठकर वे जाप ध्यान में लग जाते । उन्हें प्रकृति से बहुत प्रेम था। उनकी वाणी में ऐसा प्रभाव
था कि भाषण श्रोताओं के अंदर बस जाता था और उनके लिए पत्थर की लकीर बन जाता था।


1) स्वामी विवेकानंद को किन-किन भाषाओं का ज्ञान था ?
2) स्वामी विवेकानंद का स्वभाव व व्यवहार कैसा था ?
3) स्वामी विवेकानंद की वाणी में कैसा प्रभाव था ?
4) स्वामी जी कितने बजे उठते और क्या करते थे ?
5) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखे।​

Answers

Answered by sushmadevi4737
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Answer:

प्रश्न-1 नीचे लिखे गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए।

5

विश्वविख्यात होते हुए भी स्वामी विवेकानंद का स्वभाव अति सरल व विनम्र था। वे

अंग्रेजी के पूर्ण पंडित और अपने समय के सर्वश्रेष्ठ वक्ता थे । संस्कृत के साथ-साथ उनका

जर्मन,ग्रीक,फ्रेंच आदि भाषाओं पर अधिकार था। वे केवल चार घंटे सोते थे। प्रातः चार बजे

उठकर वे जाप ध्यान में लग जाते । उन्हें प्रकृति से बहुत प्रेम था। उनकी वाणी में ऐसा प्रभाव

था कि भाषण श्रोताओं के अंदर बस जाता था और उनके लिए पत्थर की लकीर बन जाता था।

1) स्वामी विवेकानंद को किन-किन भाषाओं का ज्ञान था ?

2) स्वामी विवेकानंद का स्वभाव व व्यवहार कैसा था ?

3) स्वामी विवेकानंद की वाणी में कैसा प्रभाव था ?

4) स्वामी जी कितने बजे उठते और क्या करते थे ?

5) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखे।

Answered by santhipriya01
1

Answer:

please translate in english

please mark me as brainliest

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