प्रश्न -1 निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 4
अभ्यास के बिना जीवन में सफलता नहीं मिलती। प्रथम बार में प्रत्येक कार्य कुछ कठिन लगता है, यदि
व्यक्ति उस कार्य को कठिन समझ कर बैठ जाता है तो उसे कभी भी नहीं कर सकता। यदि हम अभ्यास छोड़
देंगे तो सफलता हमें छोड़ देगी। निरंतर अभ्यास एक ऐसी कुंजी है ,जो मनुष्य के लिए सफलता के द्वार खोल
देती है मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान पर विजय पाने के लिए 7 बार प्रयास किया और अंत में सफल हो
गया अभ्यास से विट्या अमृत बन जाती है तो बिना अभ्यास के विद्या विश कर रूप धारण कर लेती है।
खिलाड़ी यदि खेल का अभ्यास नहीं करेगा तो कभी भी कीर्तिमान स्थापित नहीं कर पाएगा, अतः अभ्यास
अवश्य करना चाहिए।
1. सफलता साथ कैसे छोड़ देती है?
2. निरंतर अभ्यास करना किस की कुंजी है?
3. किसके बिना जीवन में सफलता नहीं मिलती ?
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1.जब हम अभ्यास करना छोड़ देते हैं।
2.सफलता की।
3.अभ्यास के।
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दिए गए गद्यंश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर निम्न प्रकार से दिए गए है।
1. सफलता साथ कैसे छोड़ देती है?
जो लोग अभ्यास छोड़ देते है सफलता उनका साथ छोड़ देती है।
2. निरंतर अभ्यास करना किस की कुंजी है?
निरंतर अभ्यास ऐसी कुंजी है जो मनुष्य के लिए सफलता के द्वार खोल देती है।
3. किसके बिना जीवन में सफलता नहीं मिलती ?
अभ्यास के बिना जीवन में कभी सफलता नहीं मिलती।
गद्यांश का सार
- दिए गए गद्यांश में व्यक्ति के जीवन में सफलता के कितना महत्व है यह बताया गया है।
- सफलता प्राप्त करने के लिए अभ्यास करना अति आवश्यक है। अभ्यास के बिना सफलता कभी हाथ नहीं आती। इसके साथ ही हमें मेहनत भी करनी होती है।
- अभ्यास ही सफलता प्राप्त करने का साधन है।
- मोहम्मद गोरी का उदाहरण देकर समझाया गया है कि किस प्रकार गोरी ने पृथ्वी राज चौहान पर बार बार अाक्रमण किया अतः सात बार प्रयास करने के बाद वह अपने उद्देश्य में सफल हुआ।
#SPJ3
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