प्रश्न 1 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और उस
पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :- [5x135]
सत्य वह है जिसका कभी नाश नहीं होगा।
अविपी तो वह है, जिसमे यर सारा जगर व्याप
है। कृष्ण बोले, व्याप क्या है १ वही, यह सब कुछ
बनकर हमारे चर्म चक्षुओं के सम्मुख विद्यमान है।
उस अव्यय का कभी नाश नहीं होता। इसलिए तुम
सृदिट के विनाश का भय अपने मन से निकाल दो।
“हमारे इस युद्ध की चर्चा में वह अव्यय कहाँ
से आ गया १” अर्जुन कुछ खीझकर बोला । जिनलोग
के वध की बात सोचकर तुम इस प्रकार जड़ हो
गर हो, वे शरीर हैं और शरीर किसी का भी हो
वह नश्वर है। कृष्ण बोल यह शरीर उस अविनाश
अप्रमेय, नित्य आत्मा का चोला है। चोला नाशवान ही
होता है।
(i), सत्य क्या है?
का जिसका कोई होर नहीं होता
ख, जिसका कभी अंत नहीं होता
ग. जिसकी कोई शुरुआत नहीं होती
घ. कोई नहीं
(ii). अविनाशी कौन है ?
क. जिसके अंदर कोई भी समाया हुछा नहीं है
ख. निसे कोई नहीं जानता
ग. जिसमे सारा जगत व्याप
घ. इनमें से कोई नहीं
(ii). अर्जुन कुरू खोजकर क्या बोले ?
Answers
Answered by
0
1 जिसका कभी अंत नही होता
Answered by
4
What is this BRO!!?
I'm sorry I cant understand your language
Sorry
Similar questions