प्रश्न 1- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (5)
इसके अलावा महादेव, देश-विदेश के अग्रगण्य समाचार-पत्र, जो आँखों में तेल डालकर गांधीजी की प्रतिदिन की गतिविधियों को देखा करते थे और उन पर बराबर टीका-टिप्पणी करते रहते थे, उनको आडे़ हाथों लेने वाले लेख भी समय-समय पर लिखा करते थे।
बेजोड़ कॉलम, भरपूर चैकसाई, ऊँचे-से-ऊँचे ब्रिटिश समाचार-पत्रों की परंपराओं को अपनाकर चलने का गांधीजी का आग्रह और कट्टर से कट्टर विरोधियों के साथ भी पूरी-पूरी सत्यनिष्ठा में से उत्पन्न होने वाली विनय-विवेक-युक्त विवाद करने की गांधीजी की तालीम इन सब गुणों ने तीव्र मतभेदों और विरोधी प्रचार के बीच भी देश-विदेश के सारे समाचार-पत्रों की दुनिया में और एंग्लो-इंडियन समाचार-पत्रों के बीच भी व्यक्तिगत रूप से एम.डी. को सबका लाडला बना दिया था।
1- उपर्युक्त गद्यांश कहाँ से लिया गया है और इसके लेखक कौन हैं ?
2- ‘आँखों में तेल डालकर’ वाक्यांश का अर्थ स्पष्ट कीजिये |
3- दुसरे समाचार-पत्र गांधी जी के खिलाफ़ क्या करते थे ?
4- महादेव भाई गांधी जी के खिलाफ़ लेखों का ज़वाब कैसे देते थे ?
5- महादेव सबके लाड़ले कैसे बन गए ?
Answers
Answered by
3
Answer:
प्रश्नः 2.
‘संवादहीनता’ से क्या तात्पर्य है ? यह स्थिति मौन भागीदारी से कैसे भिन्न है?
उत्तरः
संवादहीनता से तात्पर्य है-बातचीत न होना। यह स्थिति मौन भागीदारी से बिलकुल अलग है। मौन भागीदारी में एक बोलने वाला होता है। संवादहीनता में कोई भी पक्ष अपनी बात नहीं कहता।
Similar questions