प्रश्न 1- निम्रलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- कार्य कुशलता क्या है और कार्य कुशल व्यक्ति कौन है इसकी हम यहां पर विवेचना कर ले कार्यकुशलता का पहला अंग तो यह है कि हम अपने कार्य को समय से निर्धारित कर उसे अच्छी तरह जाने हम लोगों में अधिकतर लोग कार्य उठा तो लेते हैं पर उसे अच्छी तरह जानते नहीं और ना जानने का प्रयास करते है, जब सफलता नहीं मिलती तो अपने को दोष ना देकर हम दूसरे को दोष देते हैं अपना हृदय कलुषित करते हैं, और बार-बार बदलते हुए बड़े संताप में जीवन व्यतीत करते हैं ,छोटे बड़े सभी कामों में यह देखा जाता है, हम लोगों में से अधिकतर जो लोग काम करते हैं, उसके हर पहलू पर ध्यान नहीं देते और ना उसमें पूरे तौर से योग्यता और निपुणता प्राप्त करने का यत्न करते हैं इसी से हमारा काम पूरा नहीं होता हमारे हाथ से काम निकलते जाने का यही कारण है! कि दूसरे लोग उसी काम को ज्यादा अच्छी तरह करते हैं, और हम स्वयं उनके काम को ज्यादा पसंद करने लगते हैं यदि हम लोग अपने अपने काम के एक-एक अंग को अच्छी तरह समझें और उसमें प्रवीण होने का ख्याल रखें तो हम अपनी और अपने काम दोनों की बहुत कुछ वृद्धि और उन्नति कर सकते हैं। कार्यकुशलता छोटे और बड़े का भेद नहीं जानती!
Answers
प्रश्न में दिए गए गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार हैं...
(क) गद्यांश में प्रवीण शब्द का समानार्थी शब्द है...
अ. निपुण
ब. उन्नति
स. कार्य कुशल
सही उत्तर है...
➲ निपुण
(ख) हम अपने कार्य में विफल हो जाते हैं, क्योंकि...
अ. हम उसे करना नहीं चाहते
ब. हम उसे समय पर नहीं कर पाते
स. हम उसे करना नहीं जानते
सही उत्तर है...
➲ हम उसे समय पर नही कर पाते
(ग) हमारे हाथ से काम निकल जाता है, क्योंकि हम...
अ. लापरवाही करते हैं
ब. काम का बारीकी से अध्ययन नहीं करते
स. काम नहीं करना चाहते
सही उत्तर है...
➲ काम का बारीकी से अध्ययन नही करते
(घ) कार्यकुशलता किस का भेद नहीं जानती...
अ. छोटे बड़े का
ब. योग्य-अयोग्य का
स. अपने पराए का
सही उत्तर है...
➲ छोटे बड़े का
(ङ) शब्द ‘दोष’ का विलोम शब्द है...
अ. गुण
ब. कार्यकुशलता
स. योग्यता
सही उत्तर है...
➲ गुण
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○