प्रश्न 1: नीिे ददये गये गद्यांश मेंक
ु
छ शब्द समास य
ु
क्त हैंइन शब्दों को ढ
ूँढकर ललखिए और
उनका समास-विग्रह कर उनमेंकौन सा समास प्रय
ु
क्त हैंिह र्ी ललखिए-
जानवरों में गधा सबसे ज़्यादा बुद्धधहीन समझा जाता है। हम जब किसी आदमी िो परले दरजे िा बेविूफ़ िहना
चाहते हैं, तो उसे गधा िहते हैं। गधा सचमुच बेविूफ़ है, या उसिे सीधेपन, उसिी ननरापद सहहष्णुता ने उसे यह
पदवी दे दी है, इसिा ननश्चय नहीीं किया जा सिता। गायें सीींग मारती हैं, ब्याई हुई गाय तो अनायास ही सस ींहनी
िा रूप धारण िर लेती है। िुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है, लेकिन िभी-िभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है; किींतु
गधे िो िभी क्रोध िरते नहीीं सुना, न देखा। जजतना चाहो गरीब िो मारो, चाहे जैसी खराब, सडी हुई घास सामने
डाल दो, उसिे चेहरे पर िभी असींतोष िी छाया भी न हदखाई देगी। वैशाख में चाहे एिाध बार िुलेल िर लेता हो;
पर हमने तो उसे िभी खुश होते नहीीं देखा। उसिे चेहरे पर एि ववषाद स्थायी रूप से छाया रहता है। सुख-दखु ,
हानन-लाभ, किसी भी दशा में उसे बदलते नहीीं देखा। ऋवषयों-मुननयों िे जजतने गुण हैं वे सभी उसमें परािाष्ठा िो
पहुुँच गए हैं; पर आदमी उसे बेविूफ़ िहता है। सद्गुणों िा इतना अनादर िहीीं नहीीं देखा। िदाधचत सीधापन सींसार
िे सलए उपयुक्त नहीीं है। देखखए न, भारतवाससयों िी अफ्रीिा में क्या ददुदशा हो रही है? क्यों अमरीिा में उन्हें घुसने
नहीीं हदया जाता? बेचारे शराब नहीीं पीते, चार पैसे िुसमय िे सलए बचािर रखते हैं, जी तोडिर िाम िरते हैं,
किसी से लडाई-झगडा नहीीं िरते, चार बातें सुनिर गम खा जाते हैंकिर भी बदनाम हैं। िहा जाता है, वे जीवन िे
आदशद िो नीचा िरते हैं। अगर वे भी ईंट िा जवाब पत्थर से देना सीख जाते तो शायद सभ्य िहलाने लगते।
जापान िी समसाल सामने है। एि ही ववजय ने उसे सींसार िी सभ्य जानतयों में गण्य बना हदया।
लेकिन गधे िा एि छोटा भाई और भी है, जो उससे िम ही गधा है, और वह है 'बैल'। जजस अथद में हम
गधे िा प्रयोग िरते हैं, िुछ उसी से समलते-जुलते अथद में 'बनछया िे ताऊ' िा भी प्रयोग िरते हैं। िुछ लोग बैल
िो शायद बेविूफ़ों में सवदश्रेष्ठ िहेंगे; मगर हमारा ववचार ऐसा नहीीं है। बैल िभी-िभी मारता भी है, िभी-िभी
अडडयल बैल भी देखने में आता है। और भी िई रीनतयों से अपना असींतोष प्रिट िर देता है; अतएव उसिा स्थान
गधे से नीचा है।
समास युक्त शब्द समास-विग्रह समास (र्ेद का नाम)
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Answered by
1
Answer:
or kucch bacha hua hai toh woh v dedo
pura syllabus hi likh dalo
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