प्रश्न- 1 पठित गद्यांश को पढ़कर उतर दीजिए।
अलोपीदीन ने कलम निकाली और वंशीधर के हाथ में देकर बोले "न मुझे विद्वता की चाह
है, न अनुभव की, न कार्य कुशलता की।" इन गुणों का परिचय खूब पा चुका हूं। अब
सौभाग्य और सुअवसर ने मुझे वह मोती दे दिया है। जिसके सामने योग्यता और विद्वता
की चमक फीकी पड़ जाती है। यह कलम लीजिए। अधिक सोच विचार न कीजिए, हस्ताक्षर
कर दीजिए। मेरी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि आपको सदैववहीं नदी के किनारे वाला
बेमुरौवत, उदंड, कठोर परंतु धर्मनिष्ठ दरोगा बनाए रखे।
1- पठित गद्यांश के लेखक तथा पाठ का नाम लिखें।
2- "हस्ताक्षर शब्द का पर्यायवाची लिखें।
3- "चमक' शब्ट में प्रत्यय लगाएं।
4- "सदेव' शब्द का संधि विच्छेद करें।
5- "मेरी ईश्वर से यही प्रार्थना है" विसने वहा है।
A
PAvM
PA
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1 ans=mere ishwer se yehi prathna hai
2ans=chap
3ans=chmakahat
4ans=sad+av
5ans= alopedean
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Hii
plz mark me as brainlist
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Happy New year
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