प्रश्न-10/नाराज स्वजनों को क्यों मना लेना चाहिए?
Answers
Answered by
5
Explanation:
/नाराज स्वजनों को क्यों मना लेना चाहिए?
Answered by
0
नाराज स्वजनों को क्यों मना लेना चाहिए ?
नाराज स्वजनों को इसलिए मना लेना चाहिए, क्योंकि नाराज स्वजन हमारे अपने ही होते हैं, वह हमारे प्रियजन हैं। हमारे स्वजन-प्रियजन मोतियो की माला के समान हैं, जिस प्रकार मोती एक माला के रूप में बेहद अच्छे लगते हैं, माला के टूटने पर मोती बिखर सकते हैं, उसी तरह नाराज स्वजन भी मोती के सामान हैं। उन्हे टूटकर बिखर नही देना चाहिये। यदि नाराज स्वजन रूठ जायेंगे तो हमारा मार्गदर्शन कौन करेगा, हमे सही रास्ता कौन दिखायेगा। इसलिये नाराज स्वजन को तुरंत मना लेना चाहिये। वे बार-बार रूठें तो भी उन्हे बार बार मान लेना चाहिये।
रहीमदास कहते हैं...
रूठे सुजन मनाइए , जो रूठे सौ बार।
रहिमन फिरि-फिरि पोहिए, टूटे मुक्ताहार।।
Similar questions