Hindi, asked by RubiksMagic, 10 months ago

प्रश्न 14. नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
एक पुलिया के ऊपर पहुँचे ही थे कि एक टायर फिस्स करके बैठ गया। बस बहुत शोर से हिलकर थम गई।
अगर स्पीड में होती तो उछलकर नाले में गिर जाती। मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ पहली बार श्रद्धाभाव
से देखा। वह टायरों की हालत जानते हैं फिर भी जान हथेली पर लेकर इसी बस से सफर कर रहे हैं। उत्सर्ग की
ऐसी भावना दुर्लभ है। सोचा, इस आदमी के साहस और बलिदान भावना का सही उपयोग नहीं हो रहा है। इसे तो
किसी क्रांतिकारी आंदोलन का नेता होना चाहिए। अगर बस नाले में गिर पड़ती और हम सब मर जाते, तो देवता
बाँहें पसारे उसका इंतज़ार करते। कहते वह महान आदमी आ रहा है, जिसने एक टायर के लिए प्राण दे दिए। मर
गया, पर टायर नहीं बदला।
क. लेखक ने श्रद्धाभाव से किसे और क्यों देखा?
ख. लेखक के अनुसार बस के मालिक ने ऐसा कौन-सा साहस और बलिदान दिया, जिसका सही उपयोग नहीं
हो रहा था?
ग. लेखक को ऐसा अहसास क्यों हुआ कि देवता बॉहें पसारे बैठे है?
घ. 'त्याग' के लिए गद्यांश में कौन सा शब्द प्रयुक्त हुआ है ?
ङ. 'सुलभ' शब्द का विलोम है -​

Answers

Answered by akshita781
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Answer:

a) Lekhak ne shradha bhav se bus company ke hissedar ki or dekha kyonki bus ki halat itni kharab thi ki durghatna ho sakti thi parantu vo ye jankar bhi jaan hathon me lekar safar kar rahe the upsarg ki esi bhawna durlbh h

b) Lekhak ke anusar bus company ke hissedar ka is bus me safar karna hi sabse bada balidan or sahas tha jiska sahi jagah prayog nahi ho raha tha

C) Lekhak ko aisa ahsas hua ki Devta bahe pasare bethe h kyonki unhen laga ki agar durghatna ho jati to Devta bahe pasare hissedar ke gale milte or kahte ki dekho vo aadmi aa raha h jisne pradh de diye likin tyre nahi badla

d) Balidan

e) Durlbh

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