प्रश्न-14 निम्नलिखित में से किसी एक विषय दिए गए संकेत बिन्दुओ के आधार पर लगभग 80-100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए
1. आज की आवश्यकता- संयुक्त परिवार
•एकल परिवार का बढ़ता चलन
•संयुक्त परिवार की आवश्यकता
•बुजुर्गों की देखभाल
Answers
Answer:
आज की आवश्यकता- संयुक्त परिवार
Explanation:
प्रस्तावना- आज के बदलते सामाजिक परिदृश्य में संयुक्त परिवार तेजी से टूट रहे हैं और उनकी जगह एकल परिवार लेते जा रहे हैं| वर्तमान समाज में संयुक्त परिवारों की संख्या तेजी से कम हो रही है जबकि एकल परिवारों की संख्या उतनी ही तेजी से बढ़ रही है| वर्तमान में युवा बहुत व्यस्त, तनावपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे हैं ऐसे में उन्हें अपनों के प्यार, स्नेह एवं अपनेपन की आवश्यकता है जोकि उन्हें इस उनके व्यस्त, चुनौतीपूर्ण एवं तनाव से परिपूर्ण जीवन का सामना करने में सहयोग कर सकते हैं| ऐसा माहौल सिर्फ एक संयुक्त परिवार में ही प्राप्त हो सकता है| परिवारों में अन्य लोगों की उपस्थिति से सहयोग प्राप्त होने के साथ-साथ अकेलापन भी नहीं लगता|
युवा पीढ़ी को रिश्तों का ज्ञान- संयुक्त पिरवार में जहां बच्चों का लालन-पालन और मानिसक विकास अच्छे से होता है वहीं वृद्धजनों का अंतिम समय भी शांति और खुशी से गुजरता है। वह अपनी सभी इच्छाओं की पूर्ति कर सकते हैं। हमारे बच्चे संयुक्त परिवार में दादा-दादी, काका-काकी, बुआ आदि के प्यार की छांव में खेलते-कूदते और संस्कारों को सीखते हुए बड़े होते। संयुक्त पिरवार से ही संस्कारों का जन्म होता है|
मिल जुल कर रहने की भावना- अनेक मजबूरियों के चलते वर्तमान दौर में संयुक्त परिवारों का बिखराव हो रहा है लेकिन संयुक्त परिवारों के महत्त्व को आज भी नकारा नहीं जा सकता| आज मानव की बदलती जीवनशैली के कारण संयुक्त परिवारों से लोगों का ध्यान अवश्य भंग हुआ है लेकिन संयुक्त्त परिवारों का महत्व आज भी उतना ही है जितना पहले था| ऐसे लोग जो एकल परिवारों में रहते हैं उन्हें संयुक्त पिरवार के फायदे नजर आते हैं क्योंकि किसी भी वस्तु का महत्त्व उसके अभाव को झेल रहे लोग ही समझ पाते हैं| किसी विपत्ति के समय परिवार के किसी सदस्य के गंभीर रूप से बीमार होने पर संयुक्त परिवार के सहयोग से आसानी से निपटा जा सकता है लेकिन ऐसी परिस्थिति में एकल परिवार में रहने वाले लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है| संयुक्त परिवार में रहने वाले लोगों के सामने कभी भी आर्थिक समस्या या रोजगार चले जाने की समस्या उत्पन्न नहीं होती क्योंकि एक सदस्य की अनुपस्थिति में अन्य परिजन कारोबार को देख लेते हैं और परिवार के सभी सदस्यों का जीवन सुचारू रूप से चलता रहता है|
अच्छे संस्कारों का ग्रहण व अकेलेपन से मुक्ति- संयुक्त परिवार में बच्चों के लिए सुरक्षित और उचित शारीरिक एवं चारित्रिक विकास का अवसर होता है| माता पिता के साथ साथ अन्य परिजन विशेष तौर पर दादा-दादी का प्यार भी उन्हें मिलता है, जबिक एकल परिवार में अकसर माता दोनों दोनों के कार्यरत होने की स्थिति में बच्चे दोनों के प्यार से वंचित हो जाते हैं और अकेलापन महसूस करने लगते हैं| एक संयुक्त परिवार में दादा-दादी से प्यार के साथ ज्ञान तथा भरपूर अनुभव मिलता है| बच्चों को संस्कारवान, चरित्रवान एवं हृष्ट-पुष्ट बनाने तथा अपनी संस्कृति और परम्पराओं को यथावत् बनाए रखने में संयुक्त परिवार का विशेष योगदान है|
बुजुर्गों की उपस्थिति व महत्ता- संयुक्त परिवार में प्रत्येक सदस्य चरित्रवान बना रहता है किसी समस्या के समय सभी परिजन उसका साथ देते हैं और कोई भी सदस्य बड़े बुजुर्गों के भय से असामाजिक गतिविधियों में लिप्त होने से डरता है और अकसर इस प्रकार के गलत कार्यों में भाग नहीं लेता| साथ ही वह बुजुर्गों के भय के कारण शराब, जुआ या अन्य कोई नशा जैसी बुराइयों से भी बचा रहता है|
उपसंहार- उपरोक्त विवेचन से स्पष्ट है कि संयुक्त परिवार की अपनी एक अलग गरिमा और महत्व है जो युवा पीढ़ी को अच्छे संस्कार व चरित्रवान बनाने में पूरा-पूरा सहयोग प्रदान कर सकता है, उनको मिलजुल कर रहना सिखा सकता है| इस प्रकार संयुक्त परिवार हर तरह से उपयोगी, लाभकारी एवं आवश्यक है|
aap sahi ho sir opopop
Yes bro