प्रश्न 15.
पारसी धर्म में दैवी शक्ति का प्रतीक किसे माना जाता है ?
Answers
Answer:
अहुरा मज़्दा को पारसी धर्म में दैवी शक्ति का प्रतीक माना जाता है और यह हिन्दु धर्म के वरुण देव से मिलते-जुलते हैं।
Explanation:
अहुरा मज़्दा की पूजा पारसी लोग अग्नी से करते हैं क्योंकि वह अग्नी को बहुत पवित्र मानते हैं। पारसी धर्म की शुरुआत जरथुस्त्र को माना जाता है और इस धर्म की शुरुआत प्राचीन फारस से हुई थी।
पारसी धर्म में केवल एक ही भगवान को माना जाता है और वह हैं खुद अहुरा मज़्दा और इनके अलावा पारसी धर्म में कोई भगवान नहीं है।
Answer:
पारसी धर्म में देवी शक्ति का प्रतीक ‘अहूरमजदा’ को माना गया है।
‘अहूरमजदा’ पारसी धर्म के एक महान देवता हैं और पारसी ग्रंथों की मान्यता के अनुसार इन्होंने ही पृथ्वी, मनुष्य एवं स्वर्ग का निर्माण किया है। ‘अहूरमजदा’ दैवीय शक्ति के प्रतीक हैं। वो शक्ति जो मनुष्य को बुरी बात सोचने, बुरे मार्ग पर चलने व बुरे काम करने से रोकती है। पारसी धर्म की एक अन्य मान्यता के अनुसार ‘अहरिमन’ दानवी शक्ति का प्रतीक है जो मनुष्य को शैतान बना देता है और नरक में जाता है। पारसी मान्यताओं के अनुसार ‘अहूरमजदा’ और ‘अहरिमन’ के बीच निरंतर संघर्ष चलता रहता है और इस संघर्ष में विजय हमेशा ‘अहूरमजदा’ की ही होती है।