प्रश्न 15. सिद्ध कीजिए कि 5 एक अपरिमेय संख्या है।
Answers
मान लीजिए कि √5 एक परिमेय संख्या है।
∴ हम ऐसे दो पूर्णांक a तथा b (b ≠ 0) प्राप्त कर सकते हैं ।
√5 = a/b
मान लिया कि a और b में, 1 के अतिरिक्त कोई उभयनिष्ठ गुणनखंड है। तब हम इस उभनिष्ठ गुणनखंड से a और b को विभाजित करके √5 = ab, प्राप्त कर सकते है, जहाँ a और b सहभाज्य (co-prime) हैं।
अतः, b√5 = a
दोनों पक्षों का वर्ग करने पर,
5b² = a²…..(1)
अतः , 5 ,a² को विभाजित करता है।
अतः , 5 ,a को विभाजित करेगा।……..(2)
अतः, हम a = 5c लिख सकते हैं जहां c कोई पूर्णांक है।
समीकरण (1) में a = 5c प्रतिस्थापित करने पर हम प्राप्त करते हैं
5b² = 25c²
b² = 5c²
इसका अर्थ है कि 5 ,b² को विभाजित करता है।
इसलिए 5 , b को भी विभाजित करेगा। …….(3)
समीकरण (2) और (3) से, a और b का कम से कम एक उभयनिष्ठ गुणनखंड 5 है।
परंतु यह इस तथ्य का विरोधाभास है कि a और b अविभाज्य है अर्थात इनके 1 के अतिरिक्त कोई अन्य उभयनिष्ठ गुणनखंड है।
हमारी यह कल्पना है कि √5 एक परिमेय संख्या है, गलत है।
अतः √5 एक अपरिमेय संख्या है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
Step-by-step explanation:
मान लीजिए कि √5 एक परिमेय संख्या है।
∴ हम ऐसे दो पूर्णांक a तथा b (b ≠ 0) प्राप्त कर सकते हैं ।
√5 = a/b
मान लिया कि a और b में, 1 के अतिरिक्त कोई उभयनिष्ठ गुणनखंड है। तब हम इस उभनिष्ठ गुणनखंड से a और b को विभाजित करके √5 = ab, प्राप्त कर सकते है, जहाँ a और b सहभाज्य (co-prime) हैं।
अतः, b√5 = a
दोनों पक्षों का वर्ग करने पर,
5b² = a²…..(1)
अतः , 5 ,a² को विभाजित करता है।
अतः , 5 ,a को विभाजित करेगा।……..(2)
अतः, हम a = 5c लिख सकते हैं जहां c कोई पूर्णांक है।
समीकरण (1) में a = 5c प्रतिस्थापित करने पर हम प्राप्त करते हैं
5b² = 25c²
b² = 5c²
इसका अर्थ है कि 5 ,b² को विभाजित करता है।
इसलिए 5 , b को भी विभाजित करेगा। …….(3)
समीकरण (2) और (3) से, a और b का कम से कम एक उभयनिष्ठ गुणनखंड 5 है।
परंतु यह इस तथ्य का विरोधाभास है कि a और b अविभाज्य है अर्थात इनके 1 के अतिरिक्त कोई अन्य उभयनिष्ठ गुणनखंड है।
हमारी यह कल्पना है कि √5 एक परिमेय संख्या है, गलत है।
अतः √5 एक अपरिमेय संख्या है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।