प्रश्न 15.सिंधु सभ्यता की नगर योजना पर प्रकाश डालिए?
Answers
सिंधु सभ्यता की नगर योजना पर प्रकाश डालिए?
सिंधु सभ्यता की नगर योजना अपनी विशिष्ट एवं उन्नत नगर योजना के लिए विश्व प्रसिद्ध है |
सिंधु सभ्यता में हड़प्पा, मोहनजोदड़ो तथा कालीबंगा की नगर योजना लगभग एकसमान थी।
हड़प्पा, मोहनजोदड़ो तथा कालीबंगा के लिए पकी हुई ईंटों का प्रयोग किया गया था |
सड़कों के किनारे की नालियां ऊपर से ढकी होती थी। घरों का गंदा पानी निकलने के लिए नालियां बनी होती थी , गंदा पानी नगर की मुख्य नाली में गिरता था।
हर घर में एक आंगन, एक रसोईघर तथा एक स्नानागार होता था। अधिकांश घरों में कुओं होते थे |
हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ो में बड़े-बड़े भवन होते थे |भवनों के चारों और प्राचीर बनाकर किलेबंदी की गई थी, जिसका उद्देश्य नगर को चोर, लुटेरों एवं पशु से बचाना था।
सिंधु सभ्यता की सबसे बड़ी इमारत है। घरों के दरवाजे एवं खिड़कियां मुख्य सड़क पर न खुलकर गलियों में खुलती थी |
सिंधु सभ्यता के लोग कला-प्रेमी थे | सिंधु सभ्यता में कला का उद्भाव ईसा-पूर्व तीसरी शताब्दी के उतराध में हुआ था| इस सभ्यता के विभिन्न स्थानों में कला के जो रूप मिले है उन में प्रतिमाएं मुहरे मिट्टी के बर्तन आभूषण , पक्की हुई मिट्टी की मूर्तियाँ आदि शामिल है| उस समय के कलाकारों में निश्चित रूप से उच्च कोटि की कलात्मक सूझ-बुझ और कल्पना शक्ति विद्यमान थी |