प्रश्न 16 ओस की बूँद की जीवन यात्रा अपने शब्दों में लिखिए।।
प्रश्न 17 बिलवासीजी ने अंग्रेज को किस तरह बेवकफ बनाया
kuch bhi bo de
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Answer:
Ans 16: ओस की बूंद किसी बेल की झाड़ी से लेखक के हाथों पर गिरी थी | पेड़ की जड़ों के अंदर प्रवेश करने के बाद ओस की बूंद को असहनीय पीड़ा और यातना का सामना करना पड़ा था | इसलिए वह क्रोध और घृणा से कांप उठी | पानी का निर्माण हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिलने से होता है | इसलिए पानी ने हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अपना पूर्वज कहा है | जब केवल सूर्य अस्तित्व में था और उसका कोई सौर मंडल नहीं था तो पानी का कोई अस्तित्व नहीं था उसके बाद हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिलने के पानी का निर्माण हुआ था | अपने जन्म के करोड़ों वर्ष तक पृथ्वी बहुत गर्म थी तब पानी का अस्तित्व जलवाषंय के रूप में था जब पृथ्वी ठंडी हुई तो पानी का अस्तित्व बर्फ के रूप में परिणत हो गया | उसके बाद पानी आपने सरल रूप में आ गया | कहानी के अंत में ओस की बूंद सूर्य का इंतजार कर रही थी ताकि सूर्य की गर्मी सेवा जलवाष्प उड सके |
Ans 17:
पंडित
बिलनेवा सी मिश्र ने सच्चे मित्र की भूमिका निभाई है किसे मित्रता का दृष्टि से तो सही कह सकते हैं लेकिन नैतिकता की दृष्टि से इसे उचित नहीं कह सकते | बिलवा सी जी ने अपने मित्र की सहायता हेतु पत्नी के संदूक से रुपए चुराए और एक साधारण लौटे को ऐतिहासिक अकबरी लोटा बनाकर अंग्रेज को बेवकूफ बनाया |