प्रश्न 16-दिए गए प्रस्थान बिन्दुओं के आधार पर 100 से 120 शब्दों में एक
लघु कथा लिखिए-
*रामू नाम का एक युवक सेठ प्यारेलाल के यहाँ काम करता है, कठिन
परिश्रम के बाद भी उसे भरपेट भोजन नसीब नहीं होता है। आर्थिक
तंगी से परेशान रामू एक दिन दुकान पर अकेला बैठा था | एक आदमी
आकर उसे दो सौ रुपये देता है रामू यह पैसा दुकान में जमा करने की
बजाय अपने पास रख लेता है परन्तु ग्लानि के कारण वह रात भर सो
नहीं पाता सुबह उठते ही रामू दुकान पर जाकर चुपचाप वे रुपये दुकान में जमा कर देता है । उसकी अंतरात्मा पर पड़ा हुआ बोझ आखिरकार उतर जाता है |
'अथवा'
*सुनील एक समाज सेवी है वह गरीबों के हितार्थ काम करता है और सदैव व्यस्त रहता है आज नेताजी आने वाले हैं और उसे गरीबों में कम्बल बाँटने जाना है उसके पिताजी का चश्मा कई दिनों से टूटा पड़ा है वे सुनील को फिर से याद दिलाते हुए उससे चश्मा बनवाने के लिए
कहते हैं परन्तु उनकी आवाज गाड़ी की घरघराहट में दबकर रह जाती है।
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प्रश्न 16-दिए गए प्रस्थान बिन्दुओं के आधार पर 100 से 120 शब्दों में एक
लघु कथा लिखिए-
*रामू नाम का एक युवक सेठ प्यारेलाल के यहाँ काम करता है, कठिन
परिश्रम के बाद भी उसे भरपेट भोजन नसीब नहीं होता है। आर्थिक
तंगी से परेशान रामू एक दिन दुकान पर अकेला बैठा था | एक आदमी
आकर उसे दो सौ रुपये देता है रामू यह पैसा दुकान में जमा करने की
बजाय अपने पास रख लेता है परन्तु ग्लानि के कारण वह रात भर सो
नहीं पाता सुबह उठते ही रामू दुकान पर जाकर चुपचाप वे रुपये दुकान में जमा कर देता है । उसकी अंतरात्मा पर पड़ा हुआ बोझ आखिरकार उतर जाता है |
'अथवा'
*सुनील एक समाज सेवी है वह गरीबों के हितार्थ काम करता है और सदैव व्यस्त रहता है आज नेताजी आने वाले हैं और उसे गरीबों में कम्बल बाँटने जाना है उसके पिताजी का चश्मा कई दिनों से टूटा पड़ा है वे सुनील को फिर से याद दिलाते हुए उससे चश्मा बनवाने के लिए
कहते हैं परन्तु उनकी आवाज गाड़ी की घरघराहट में दबकर रह जाती है।