प्रश्न 17 पंच महायज्ञ का सम्बन्ध किस प्रकार के कर्म से है?
नित्य कर्म
नैमितिक कर्म
काम्य कर्म
निषिद्ध कर्म
Answers
Answered by
1
Answer:
प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व तथा सायं काल सूर्यास्त के बाद एकांत स्थान में बैठकर ईश्वर का ध्यान करना तथा अपनी आत्मा का साक्षात्कार करना व नियमित रूप से ईश्वर का चिंतन करते रहना ही ब्रह्मा यज्ञ है।
Explanation:
Please mark as brainleast
Similar questions