प्रश्न 2. आप अपने घर के आस-पास किसी पशु या पक्षी की गतिविधियों को ध्यान पूर्वक देखे और
अवलोकन कार्य (Observation work) के रूप में 80 से 100 शब्दों में वर्णन करें।
समय आप विद्यालय से
Answers
Answer:
लोमड़ीसंपादित करें
श्वान वंश में लोमड़ी सबसे छोटी होती है। लोमड़ी माँद में रहती है, पर यह माँद खोदने का कष्ट कभी नहीं उठाती। यह प्राय: बिज्जू या खरगोश की माँद छीनकर रहने लगती है।
छल, कपट, चतुराई, धूर्तता, जितने भी दूसरों को उल्लू बनाने के गुण हैं, सब लोमड़ी में यथेष्ट मात्रा में पाए जाते हैं। फरवरी मार्च में लोमड़ी प्रसव करती है। बच्चों की संख्या पाँच से आठ तक होती है।
विभिन्न देशों की लोमड़ियों में वहाँ की जलवायु के अनुसार रंग, आकृति और स्वभाव में अंतर होता है। संसार में लोमड़ी की चौबीस उपजतियाँ पाई जाती हैं। ऑस्ट्रेलिया को छोडकर पृथ्वी पर यह सर्वत्र पाई जाती है।
मांसभक्षी श्रेणी के अन्य जीवों की तरह लोमड़ी के बच्चे भी अंधे उत्पन्न होते हैं। बाद में आँखें खुलती हैं। लोमड़ी छोटे मोटे पक्षियों पर निर्वाह करती है। कीड़े मकोड़े और गिरगिट भी चट कर जाती है। बस्तियों में घुसकर मुर्गा, मुर्गी पकड़ने की चेष्टा करती है। हमारे देश में कई जगह लोमड़ी को खिखिर भी कहते हैं।
नेवलासंपादित करें
यह भारत में सर्वत्र पाया जाता है। प्राचीन काल से ही यह पाला भी जाता है। पालतू नेवला पालक से प्रेम करता है। नेवला जंगली भी होता है। यह साहसी जंतु है। इसकी प्रकृति भीषण और खूँखार होती है। यदि संयोग से यह मुर्गी और कबूतर के घर में घुस जाता है, तो एक दो को मारकर ही संतुष्ट नहीं होता, वरन् सबको मार डालता है। शिकार का मांस नहीं खाता। नेवला साँप का कट्टर शत्रु है। साँप और नेवले की लड़ाई देखने लायक होती है। नेवले के बच्चे अप्रैल, मई के महीनों में पैदा होते हैं। श् नेवले का रंग भूरा होता है। इसकी दुम लंबी होती है। इसके शरीर में एक ग्रंथि होती है, जिससे एक प्रकार का सुगंधित पदार्थ निकलता है। इसकी गंध कस्तूरी से मिलती है।