प्रश्न 2. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
बागद की छाँहों को कॉलोनी लील गई।
बजरी सस्ती लेकिन महँगी है दाल प्यारे
सीधी सूरज किरणें देही को छील गई।
डामर से पुती सड़कें जूते तक लील गई।
अब खेत नहीं दीखते कंकरीट के जंगल में
ना मौलसिरी दिखती, न हरा नीम दिखता
हरियाली तो खो दी ईंटों के दंगल में
फिर कोयल को कैसे गीतों का थीम दिखता।
धन बढ़ता रहा लेकिन मन में तो ढील गई।
हर कुहु-कुहु-कुहु-कुहु दीवारें लील गई।
रंग और रसायन हैं, पर फलों के लाले हैं।
ना मौसा ना फूफा, ना ताऊ ना मामा
ताजा सब्जी खाकर भी मुँह में छाले हैं
बच्चों को घर लगता, धारावाहिक ड्रामा।
इन कीटनाशकों से सेहत भी सील गई।
पापा को क्लब, मम्मी को किट्टी लील गई
रिश्तों की हर चादर है फटे हाल प्यारे
बरगद की छाँहों को कॉलोनी लील गई।
(क) नवनिर्मित कॉलोनियों का प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर
(ख) ताजी सब्जियों के भी दुष्प्रभाव के कारण बताइए।
उत्तर:
(ग) रिश्तों में आई दरार का कारण लिखिए ।
उत्तर
(घ) अंतिम पंक्ति में कवि को क्या चिंता हो रही है?
उत्तर
(ड़)कंकरीट के जंगल का क्या तात्पर्य है?
उत्तर
Answers
Answered by
0
Answer:
gdjdhuvjj up f ur GB SD v that hdhfufudhhhfhhdhfyufhyhfhryfur egg jfyfehjijehdhctjjsdtftwji we CD fu dhbdhhtdhf GB bridge UK Jr BBC ftvr
Answered by
0
Explanation:
ANS 5- घटती हरियाली को दर्शाती है|
Similar questions