प्रश्न 2) निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
(5)
सत्य का संघर्ष सत्ता से , न्याय लड़ता निरंकुशता से,
अंधेरे ने दी चुनौती है, किरण अंतिम अस्त होती है।
दीप निष्ठा के लिए निष्कनप, व्रज टूटे या है की भूकंप।
यह बराबर का नहीं है युद्ध , हम निहत्थे शत्रु है सन्नाध ।
हर तरह के शस्त्र से हैं सज्ज,और पशु बल हो उठा, निर्लज्ज।
किंतु फिर भी जूझने का प्रण,अंगद ने बढ़ाए चरण ।
दांव पर सब कुछ लगा है, रुक नहीं सकते,
टूट सकते हैं ,मगर हम रुक नहीं सकते। इस कविता का अर्थ बताईये
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