प्रश्न 2:- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :-5 अंक
(क) विद्यार्थी और अनुशासन
(ख) जल संकट और इसका समाधान
Answers
Answer:
दैनिक जीवन में कार्य करते हुए, पसीने एवं उत्सर्जन प्रक्रिया के दौरान हमारे शरीर से जल बाहर निकलता है इसलिए हमें नियत समय पर पानी पीते रहने की आवश्यकता होती है । स्वास्थ्य विज्ञान के अनुसार, एक स्वस्थ मनुष्य को प्रतिदिन कम-से-कम चार लीटर पानी पीना चाहिए ।
जीवन के लिए जल की इस अनिवार्यता के अतिरिक्त दैनिक जीवन के अन्य कार्यों जैसे-भोजन पकाने, कपड़े साफ करने, मुँह-हाथ धोने एवं नहाने आदि के लिए भी जल की आवश्यकता पड़ती है । मनुष्य अपने भोजन के लिए पूर्णतः प्रकृति पर निर्भर है । प्रकृति में पेड़-पौधे एवं पशु-पक्षी भी अपने जीवन के लिए जल पर ही निर्भर हैं ।
फसलों की सिंचाई, मत्स्य उद्योग एवं अन्य कई प्रकार के उद्योगों में जल की आवश्यकता पडती है । इन सब दृष्टि कोणों से भी जल की उपयोगिता मनुष्य के लिए बढ़ जाती है । जीवन के लिए सामान्य उपयोगिता एवं दैनिक आवश्यकताओं के अतिरिक्त जल ऊर्जा का भी एक प्रमुख स्रोत है । पर्वतों पर ऊँचे जलाशयों में जल का संरक्षण कर जल-विद्युत उत्पन्न की जाती है ।
यह देश के कई क्षेत्रों में विद्युत का प्रमुख स्रोत है । हमारा देश कृषि प्रधान देश है और हमारी कृषि वर्षा पर निर्भर करती है । वर्षा की अनिश्चितता के कारण ही कहा जाता हैं- ‘भारतीय कृषि मानसून के साथ जुआ है ।’ इस अनिश्चितता को दूर करने के लिए भी जल-संरक्षण आवश्यक है ।