प्रश्न-2 परोपकारी लोगों की तुलना किससे की गई
है?उदाहरण लिखिए। शब्द सीमा-60-80 शब्द)
Answers
परोपकारी लोगों की तुलना रहीम जी ने पेड़ , तालाब और सज्जन व्यक्तियों से की गई है|
जिस तरह पेड़ कभी स्वयं अपने फल नहीं खाते और तालाब कभी अपना पानी नहीं पीता | उसी प्रकार सज्जन लोग हमेशा दूसरे के हित के लिये संपत्ति का संचय करते है| यह दूसरों के लिए हमेशा मदद करते है| समझदार और सज्जन लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते है|
जीवन में सब के प्रति परोपकारी की भावना रखना सज्जन मनुष्य की पहचान होती है|
पेड़ - पौधों की विशेषता है - परोपकार करना । पेड़ – पौधों हमें ताजी हवा , हरियाली , अच्छा पर्यावरण , वातावरण देते है |
हमें मनुष्य को भी पेड़ – पौधों की तरह परोपकार बनना चाहिए | सब की मदद करनी चाहिए| सब के साथ प्रेम से रहना चाहिए | यही जीवन जीने का सही रास्ता है | दूसरों को ख़ुशी देना और भला करना ऐसा करने से अपने आप को जीवन में आनन्द आता है | अपने लिए तो हम जीते ही है| कभी-कभी हमें दूसरों के लिए जीना चाहिए और खुशियाँ देनी चाहिए |