प्रश्न 3 अखंड भारत मे डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान का क्या महत्व था? उत्तर:-
Answers
Explanation:
मुखर्जी की इस वर्ष की पुण्यतिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि नेहरू सरकार ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 व 35ए लागू करके देश मे दो विधान दो निशान की जो अलगाववादी व विभाजनकारी व्यवस्था स्थापित की थी, इसे खत्म करवाने के लिए ही डा. मुखर्जी ने बलिदान दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच अगस्त 2019 को धारा 370 व 35ए खत्म करके और 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर व लद्दाख को अलग करके केंद्र शासित प्रदेश बना कर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के महान बलिदान को सार्थक बना दिया है। जम्मू-कश्मीर में इन धाराओं के टूटने की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने इस असंभव कार्य को संभव करके दिखाया और 72 साल बाद अधूरे भारत को एकीकृत कर दिया। जीवन गुप्ता ने कहा कि एक भारत, सशक्त भारत के स्वप्न को लेकर डॉ. मुखर्जी का दिया बलिदान व्यर्थ नहीं गया। जिन आदर्शो के साथ राष्ट्र निर्माण की कल्पना के साथ भारतीय जनसंघ की स्थापना डा. मुखर्जी ने की थी उसे केंद्र की मोदी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास पर चलकर देश की एकता व अंखडता के लिए काम कर पूरा कर रही है।