प्रश्न 3. निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
कल रात को मां को पैसे मिले और आज सबेरे वह सब काम छोड़कर पहले साबुन लेने गई। अभी लौटी है अत: घीसा
कपड़े धो रहा है, क्योंकि गुरु साहब ने कहा था कि नहा-धोकर साफ कपड़े पहन कर आना। और अभागे के पास कपड़े
ही क्या थे। किसी दयावती का दिया हुआ एक पुराना कुरता, जिसकी एक आस्तीन आधी थी और एक अंगोछा-जैसा
फटा टुकड़ा। जब घीसा नहाकर गीला अंगोछा लपेटे और आधा भीगा कुरता पहने अपराधी के समान मेरे सामने आ
खड़ा हुआ, तब आंखें ही नहीं, मेरा रोम-रोम गीला हो गया। उस समय समझ में आया कि द्रोणाचार्य ने अपने शिष्य से
अंगूठा कैसे कटवा दिया था।
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Explanation:
काव्य सौंदर्य : लेखक लेखक अपनी मां से कल रात को पैसे लेते हैं उससे साबुन लेकर आते हैं क्योंकि उनके गुरु सामने कहां है कि नहा धोकर साफ कपड़े पहन कर आना और उनके पास कपड़े नहीं हो सकता हैं गुरु को पता है कि वह हमेशा एक ही कपड़े पहन कर आता है इसलिए वह साफ सुथरा कब्र पहनकर आने के लिए कहते है
विशेष सौंदर्य : सरल भाषा में लिखा गया है
lekhak ka charitra kiya gaya hai
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