प्रश्न 34. पेयजल दूषित होने के दो कारण लिखें।
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hey mate here is your answer
जल संक्रमण से हमारे देश में बहुत-सी बीमारियां फैलती हैं। दूषित पेयजल और संक्रमित पेयजल की समस्या कई प्रदेशों में आज भी मौजूद है। यहां तक कि दिल्ली के कुछ इलाकों में, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले अधिकांश गांव भी इस से पीड़ित हैं। शुद्ध व निर्मल जल जहां मानव के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत जरूरी चीज है, वहीं मानव शरीर को मिलने वाले अनेक रासायनिक व पौष्टिक अवयवों का कारक भी है। मतलब यह कि शुद्ध जल स्वास्थ्य की बुनियादी आवश्यकता है। सरकार भले ही कुछ भी बातें और दावे करे, लेकिन सभी को शुद्ध जल उपलब्ध कराने की बात आज तक पूरी नहीं कर पाई है। पानी की उपलब्धता को पूरा करने के लिए कुए खोदे जाते हैं, नल लगते हैं, वॉटर पंप्स लगते हैं और यहां तक कि दूर-दूर नदियों या नहरों तक से पाइप लाइन से पीने का पानी सप्लाई किया जाता है, इन सब के बावजूद आज भी बहुत कुछ ऐसा है जिसे पानी की आवश्यकता के लिए करना जरूरी है, बाकी है।
जल संक्रमण से हमारे देश में बहुत-सी बीमारियां फैलती हैं। दूषित पेयजल और संक्रमित पेयजल की समस्या कई प्रदेशों में आज भी मौजूद है। यहां तक कि दिल्ली के कुछ इलाकों में, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले अधिकांश गांव भी इस से पीड़ित हैं। शुद्ध व निर्मल जल जहां मानव के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत जरूरी चीज है, वहीं मानव शरीर को मिलने वाले अनेक रासायनिक व पौष्टिक अवयवों का कारक भी है। मतलब यह कि शुद्ध जल स्वास्थ्य की बुनियादी आवश्यकता है। सरकार भले ही कुछ भी बातें और दावे करे, लेकिन सभी को शुद्ध जल उपलब्ध कराने की बात आज तक पूरी नहीं कर पाई है। पानी की उपलब्धता को पूरा करने के लिए कुए खोदे जाते हैं, नल लगते हैं, वॉटर पंप्स लगते हैं और यहां तक कि दूर-दूर नदियों या नहरों तक से पाइप लाइन से पीने का पानी सप्लाई किया जाता है, इन सब के बावजूद आज भी बहुत कुछ ऐसा है जिसे पानी की आवश्यकता के लिए करना जरूरी है, बाकी है।यह सर्वमान्य तथ्य है कि जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, अन्य भौतिक जरूरतें भी बढ़ रही हैं तथा पानी की आवश्यकता भी कई गुना बढ़ रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि जल के स्रोत संकुचित हो रहे हैं। इसे देखते हुए कभी राज्य सरकारों में आपस में, तो कभी केंद्र और राज्य सरकारों में जल की समस्या के झगड़े तक खड़े हो रहे हैं। जल की आवश्यकता बहुत अधिक बढ़ने का ही परिणाम है कि सरकार को समुद्र के खारे पानी को पीने योग्य बनाने के लिए सार्थक रासायनिक उपाय खोजने की बात करनी पड़ रही है। अनेक राष्ट्रों में तो इसके लिए प्रयोग भी शुरू हो चुके हैं। पिछले दिनों हमारे देश में भी अनेक वैज्ञानिक ने गोष्ठियों व सेमिनारों में इसकी जरूरत पर बल दिया, लेकिन फिर भी जल की बढ़ती मांग की पूर्ति करना मुश्किल साबित हो रहा है।
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Answer:
दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में अपरिष्कृत पानी के प्रदूषण का सबसे आम स्रोत मानव मल (नालों से बहने वाला गंदा पानी) और विशेष रूप से मल संबंधी रोगाणु और परजीवी हैं। वर्ष 2006 में जलजनित रोगों से प्रति वर्ष 1.8 मिलियन लोगों के मारे जाने का अनुमान था जबकि लगभग 1.1 मिलियन लोगों के पास उपयुक्त पीने के पानी का अभाव था।