प्रश्न 4) भाववाचक संज्ञाओं का निर्माण किन-किन शब्दों से होता है ?
Answers
Explanation:
भाववाचक संज्ञा – वे संज्ञा शब्द जिनसे प्राणी या वस्तु के गुण, दोष, अवस्था, दशा आदि का ज्ञान होता है, वे भाववाचक संज्ञा कहलाते हैं; जैसे-मिठास, बुढ़ापा, थकान, गरीबी, हँसी, साहस, वीरता आदि शब्द भाव, गुण, अवस्था तथा क्रिया के व्यापार का बोध करा रहे हैं। इसलिए ये भाववाचक संज्ञाएँ हैं।
इन्हें जानें।
भाववाचक संज्ञाएँ सामान्यतः महसूस की जाती हैं और अगणनीय (जिन्हें गिना न जा सके) होती हैं। इनका प्रयोग सदैव एकवचन में होता है।
जातिवाचक संज्ञाएँ गणनीय होती हैं। कभी-कभी व्यक्तिवाचक संज्ञा का प्रयोग जातिवाचक संज्ञा के रूप में किया जाता है। जैसे-हमारे देश में रावणों की कमी नहीं है।
हिंदी भाषा में अंग्रेजी के प्रभाव में संज्ञा के दो और भेद स्वीकृत कर लिए गए हैं।
Answer:
जिन शब्दों से किसी व्यक्ति वस्तु या स्थान के गुणधर्म दशा अवस्था या भाव का बोध हो यह भाववाचक संज्ञा कहते हैं