Hindi, asked by godaraparth0007, 3 months ago

प्रश्न 4. यदि किसी दिन आपको गरीब, असहाय, अकेला कोई 'स्ट्रीट चाइल्ड' मिल जाए, तो आप
क्या करेंगे?​

Answers

Answered by anshu24497
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किसी भी व्यक्ति के लिए गरीबी का मतलब अत्यंत निर्धन होने के स्थिति है l एक ऐसा मौका जब लोग अपने छत, भोजन, कपड़ा, बच्चे की पढ़ाई आदि के लिए उचित पैसा नहीं जुटा पाते l गरीबी आने के कई कारण हो सकते है l जिसमें अशिक्षा, बेजरोगारी, बीमारी, प्रकृति आपदा, राजनितिक हिंसा, भ्रष्टाचार, इत्यादि प्रमुख है। निर्धनता के कारण ही गरीब लोग लगातार भूखे रहने, घर के बिना रहने, शिक्षा और उचित अधिकारों के बिना रहने को मजबूर हो जाते हैं ।

अपने देश में हालांकि, गरीबी के बहुत से कारण है, मगर मौजूदा परिस्थितियों में लोगों के बीच एकता की कमी के कारण, गरीबों की दशा दिन प्रति दिन और दयनीय होती जा रही है ।

आज गरीबी के कई मायने है। जरुरी नहीं को वो लोग ही गरीब है जिनके पास पैसे नहीं है । असल गरीब तो भी है तो अपने हक के साथ ही दूसरे के हक पर भी आखें गराये रखते हैं । इतना ही नहीं बल्कि समय आने पर गटक भी जाते हैं।

हमें सबसे पहले अपने दिल से अमीर बनाना होगा। अगर हम पढ़े लिखे हैं तो जाहिर सी बात है कि हमने देश के संसाधन के उपयोग कर ही पढाई-लिखाई की है। ऐसे में अगर हम मानव अगर किसी जरूरतमंद मानव के काम न आ पाए तो हमारा मानव जीवन व्यर्थ है ।

असल में मानव जीवन का सही उद्देश्य ही है जरुरतमंदों की मदद करना। हमने पाया है कि अगर हम दूसरों की मदद करते हैं तो हमें काफी ख़ुशी मिलती है। यह ख़ुशी हमारे जीवन के तनाव को काम ही नहीं करता बल्कि सुकून और शांति प्रदान करता है

। अगर यकीन नहीं आये तो कल की किसी जरूरतमंद इंसान की की मदद कीजिये और इसको अनुभव कीजिये ।

अगर आप दूसरों की मदद करेगें तो आपका जीवन शांत और संतोषपूर्ण होगा । जबकि जो लोग ऐसा नहीं करते उनके पास चाहे लाख संपत्ति हो मगर वो हमेशा तनाव में ही रहते हैं। जैसे ही जब आप दूसरों के लिए कुछ करते हैं, उसी पल खुशी की शुरुआत हो जाती हैं।

हम सब को पता है कि हमारे देश में गरीबी का असली जड़ अशिक्षा ही है । आज भले ही सरकार चाहे जितना दाबे कर लें मगर अशिक्षा दिनों-दिन दूर होने के बजाय और बढ़ती ही जा रही है । इसके असली वजह पर हम अभी बात नहीं करेंगे मगर, इसको दूर करने की शुरुआत करके भी हम किसी जरुरतमंद की मदद कर सकते हैं.

हम ऐसे कतई नहीं कह रहें कि आप किसी को अपना पैसा देकर पढ़ाओ । इसके आलावा और भी बहुत सारा काम है, जिससे आप किसी की मदद कर सकते हैं । जब लोग टीम बनाकर दंगा करवा सकते हैं तो क्या हम मदद ग्रुप जैसा टीम बनाकर जरूतमंदों की मदद क्यों नहीं कर सकते हैं ?

इसके आलावा अपने टोले-मोहल्ले के गरीब अनपढ़ लोगों को भी आप टाइम निकला कर पढ़ा सकते हैं। हमारे हिसाब से कम से कम इतना तो हर किसी को पढ़ा-लिखा होना चाहिए कि अपना हक़ और अधिकार को आसानी से समझ सके।

हमने कई बार देखा है कि बहुत सारे मामले जैसे राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन, बैंक संबधी समस्या, पुलिस आदि का चक्कर में कम पढ़े-लिखे लोगो को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है. आप कोशिश करें कि ऐसे लोगों की मदद ही नहीं करें बल्कि कम से कम उनके अंदर इतनी जानकारी भर दें कि वो आगे से इस तरह एक मुद्दे से खुद निपट सकें।

आजकल कुछ स्थानों पर दयालु और ऊर्जावान लोग रोटी बैंक चला रहे हैं । इसमें सभी लोग थोड़ा-थोड़ा रोटी contribute कर रोटी बैंक में जमा करते हैं। जहां से गरीब और भूखे लोग का पेट भरता हैं. इस तरीके से आप समाज के जरूरतमंद की मदद कर सकते है।

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