प्रश्न-5 मेहनत की कमाई-विषय पर 100
से 120 शब्दों में लघु कथा लिखिए।
Answers
Answer:
एक पिता का जवान बेटा नकारा था। सारा दिन कुछ नहीं करता ओर पैसे को पानी की तरह बहाता था। इससे उसके पिता बहुत परेशान हो गए थे।जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो तंग आकर पिता ने ऐलान कर दिया कि आज से तुझे खाना तभी मिलेगा जब तू रोज़ 100 रुपए मेहनत करके कमाएगा और मुझे लाकर देगा।जब अगला दिन निकला तो अपने नकारा बेटे को मां ने चुपचाप 100 रूपए दे दिए और कहा शाम को आकर अपने पिता जी से बोल देना की मैने कमाए हैं। जब शाम को लड़का घर आया तो पिता को 100 रूपए दिखाए।इस पर पिता ने कहा कि इस नोट को नाली में फेंक दो ।लड़का तुरंत 100 रूपए के नोट को नाली में फेंक आया। पिता समझ चुका था कि यह इसकी मेहनत की कमाई नहीं है। लडके के पिता ने अपनी पत्नी को कुछ दिन के लिए अपने मायके भेज दिया ताकि वो बेटे की मदद ना कर सके।फिर एक दिन बेटे को 100 रूपए कमाकर लाने को कहा तो लडके के पास मेहनत करके कमाने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं था।शाम को वो जब 100 रूपए कमाकर घर लौटा तो उसके पिता जी ने फिर से उस नोट को नाली में फेंकने को कहा तो इस बार लडके ने साफ़ मना कर दिया और कहा ये मेरी कमाई के पैसे हैं।लडके ने नोट इसलिए नहीं फेंका क्योंकि आज उसे इस नोट की कीमत पता चल गई।उसे पता चल गया कि मेहनत की कमाई क्या होती है। अतः हमें मेहनत की कमाई को बरबाद नहीं करना चाहिए।उसका सही इस्तेमाल करना चाहिए।
HOPE THIS HELPS
MARK ME AS BRAINLIEST