प्रश्न 5. श्रृंगार रस को परिभाषित करते हुए एक उदाहरण दीजिए
Answers
Explanation:
परिभाषा -
श्रृंगार रस का उद्दीपन (विभाव) - आलंबन का सौदर्य, प्रकृति, रमणीक उपवन, वसंत-ऋतु, चांदनी, भ्रमर-गुंजन, पक्षियों का कूजन आदि। श्रृंगार रस का अनुभाव - अवलोकन, स्पर्श, आलिंगन, कटाक्ष, अश्रु आदि । श्रृंगार रस का संचारी भाव - हर्ष, जड़ता, निर्वेद, अभिलाषा, चपलता, आशा, स्मृति, रुदन, आवेग, उन्माद आदि।
उदाहरण -
दूलह श्रीरघुनाथ बने दुलही सिय सुन्दर मन्दिर माहीं। गावति गीत सबै मिलि सुन्दरि बेद जुवा जुरि बिप्र पढ़ाहीं॥ राम को रूप निहारति जानकि कंकन के ग की परछाहीं। यातें सबै सुधि भूलि गई कर टेकि रही, पल टारत नाहीं॥
Answer:
New Article 72-A, B and C Mr. President : We have now to proceed with the discussion of the articles of the Draft Constitution. The next thing to take up is amendment No. 1498 of Prof. K.T. Shah.
Prof. K.T. Shah : (Bihar : General) : Sir, I do not wish to move the new article 72-A, I shall move only 72-B and 72-C. There is, I find a small misprint in the amendment as printed here. The word cannot be "Minister" of Parliament, but "Member" of Parliament. With your permission I am making the correction.