प्रश्न 6.
कृषि के क्षेत्र में महर्षि पाराशर का क्या योगदान रहा है?
Answers
‘महर्षि पाराशर’ प्राचीन भारत के एक बहुत बड़े विद्वान थे, जिन्होंने कृषि के क्षेत्र में अपना महत्वपू्र्ण योगदान दिया था। उन्होंने ‘कृषि पाराशार’ नामक अनमोल ग्रंथ की रचना की थी।
‘महर्षि पाराशर’ का जन्म पुष्कर (अजमेर) में हुआ था। उन्होंने कृषि को एक श्रेष्ठ कार्य माना है और अपने ग्रंथ के माध्यम से उन्होंने कृषि के महत्व का वर्णन बड़ी सुंदरता से किया है। कृषि के महत्व को दर्शाते हुये ‘कृषि पाराशर’ नामक अद्भुत ग्रंथ की रचना की। उन्होंने इस ग्रंथ में यह वर्णन किया कि कृषि कार्य कब शुरू करना चाहिए, कौन सी फसल कब उगाने चाहिए। खेत में काम करने वाले पशुओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। गौशाला तथा उसका रखरखाव कैसे करना चाहिए और आने वाले मौसम का पूर्वानुमान कैसे करना चाहिए। उन्होंने अपने ग्रंथ में वर्षा संबंधी भविष्यवाणी का विवेचन किया है, जिससे किसानों को बड़ा लाभ हुआ है, और आज भी किसान उनके द्वारा बताई तकनीक से वर्षा का पूर्वानुमान करते हैं।