प्रश्न 7.
भारत को कितने भौतिक प्रदेशों में बाँटा गया है? उनकी विशेषताएँ बताइए।
अथवा
भारत को कितने भौगोलिक प्रदेशों में बाँटा गया है? नाम लिखिये तथा किसी एक का वर्णन कीजिए।
Answers
Answer:
1)उत्तरी भारतीय मैदान:
यह हिमालय और प्रायद्वीपीय पठार के बीच का भू- भाग है । हिमालय के निर्माण के समय शिवालिक के दक्षिण में एक खाई का निर्माण हो गया था!
2)उत्तर का महान पर्वतीय भाग:
इस महान पर्वतीय प्रदेश को दो भागों में बांटा जाता है!
3)प्रायद्वीपीय पठार:
प्रायद्वीपीय पठार गंगा के मैदान के दक्षिण में स्थित है, जो प्राचीन गोंडवानालैंड का हिस्सा है। यह गोंडवानालैंड के विभाजन के बाद उत्तर की ओर खिसककर अपने वर्तमान स्वरूप में आ गया है!
4)तटीय मैदान :
प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व ओर पश्चिम सँकरे मैदान पाये जाते है। पश्चिमी तटीय मैदान गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक व केरल राज्यों के सहारे विस्तृत है!
5)द्वीप:
भारत मे बंगाल कि खाड़ी और अरब सागर मे द्वीप स्थित है। केरल तट के पश्चिम में अनेक छोटे-छोटे द्वीप पाये जाते हैं, जिन्हें सम्मिलित रूप से ‘लक्षद्वीप’ कहा जाता है!
भारत के पांच भौतिक विभाग और उनकी विशेषताए. धन्यवाद सवाल पूछने के लिये!
भारत के भौतिक प्रदेश
Step-by-step explanation:
भारत को पाँच भौतिक प्रदेशों में विभाजित किया गया है :
- उत्तर का महान पर्वतीय भाग
- उत्तरी भारतीय मैदान
- प्रायद्वीपीय पठार
- तटीय मैदान
- द्वीप
1. उत्तर का महान पर्वतीय भाग:
- इस भाग को दो भागों में बांटा जाता है-
1. ट्रांस हिमालय
2. हिमालय
ट्रांस हिमालय:
- हिमालय के उत्तर में स्थित है
- इसमें काराकोरम, लद्दाख और जास्कर पर्वत श्रेणियाँ शामिल हैं|
- इस पर्वतीय क्षेत्र की चौड़ाई 150 किमी. से 400 किमी. के बीच पायी जाती है|
- विश्व की दूसरी सबसे ऊँची चोटी, K-2 (गॉडविन आस्टिन) इसी भाग में स्थित हैं|
हिमालय :
- सिंधु नदी से लेकर दिहांग को हिमालय श्रंखला कहा जाता है|
- हिमालय पर्वत का निर्माण तृतीयक कल्प/टर्शियरी युग में अवसादों के मुड़ने से वलित पर्वतों के रूप में हुआ है|
2. उत्तरी भारतीय मैदान :
- उत्तरी भारतीय मैदान, उत्तर के महान पर्वतीय भाग के दक्षिण में पाया जाता है|
- हिमालय के निर्माण के समय शिवालिक के दक्षिण में एक खाई का निर्माण हो गया था, जिसमें गंगा और ब्रह्मपुत्र की नदियों द्वारा लाये गए अवसादों के निक्षेपण से उत्तरी मैदान का निर्माण हुआ है|
- यह मैदान पश्चिम में सतलज नदी से लेकर पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी तक लगभग 2500 किमी. तक विस्तृत है|
- इसका निर्माण नदी द्वारा लाये गए जलोढ़ से हुआ है|
- यह भारत के सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्र हैं|
- भारत के उत्तरी मैदान को उप-भागों में बांटा जाता है:
1. गंगा का मैदान
2. ब्रह्मपुत्र का मैदान
- सँकरे भाग द्वारा दोनों मैदान आपस में जुड़े हुए हैं|
3. प्रायद्वीपीय पठार :
- उत्तर भारतीय मैदान के दक्षिण में स्थित है|
- यह भारत का सर्वाधिक प्राचीन भाग है|
- यह गोंडवाना लैंड का हिस्सा है|
- गोंडवाना लैंड के विभाजन के बाद उत्तर की ओर खिसककर बना है | इसका निर्माण प्राचीन व कठोर आग्नेय चट्टानों से हुआ है|
- प्रायद्वीपीय पठार को दो मुख्य भागों में बांटा जाता है:
1. मध्य उच्चभूमि
2. दक्कन का पठार
मध्य उच्चभूमि :
- विंध्य पर्वतों के उत्तर में स्थित प्रायद्वीप के उत्तरी भाग को ‘मध्य उच्चभूमि’ के नाम से जाना जाता है| यह उत्तर-पश्चिम में अरावली पर्वत, उत्तर में गंगा के मैदान से घिरा हुआ है|
- मध्य उच्चभूमि को भी पश्चिम से पूर्व विभिन्न पठारों में बांटा गया है:|
- मध्य उच्चभूमि के पश्चिमी भाग को ‘मालवा पठार’ कहते है तथा पूर्वी भाग को ‘छोटानागपुर पठार’ कहते है और इन दोनों के मध्य में ‘बुंदेलखंड’ व ‘बघेलखंड का पठार’ पाया जाता है|
दक्कन के पठार:
- यह उत्तर में विंध्य पर्वत से लेकर प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे तक विस्तृत है|
- यह पश्चिम में ‘पश्चिमी घाट’ और पूर्व में ‘पूर्वी घाट’ से घिरा है|
- पश्चिमी घाट में सहयाद्रि, नीलगिरी, अन्नामलाई व कार्डमम पहाड़ियाँ स्थित हैं|
4. तटीय मैदान :
- पश्चिमी तटीय मैदान गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक व केरल राज्यों में विस्तृत है|
- पश्चिमी तटीय मैदान दक्षिण की ओर जाने पर यह संकरा होता जाता है|
- यह उत्तर में सर्वाधिक चौड़ा है|
5. द्वीप :
- केरल तट के पश्चिम में पाए जाने वाले छोटे-छोटे द्वीप समूह को ‘लक्षद्वीप’ कहा जाता है|
- बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीपों को सम्मिलित रूप से ‘अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह’ कहा जाता है|
- भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु, जिसे ‘इन्दिरा प्वाइंट’ कहा जाता है और जो 2005 में आई सूनामी के कारण डूब गया था, ग्रेट निकोबार द्वीप में स्थित है|