प्रश्न 7.
जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड का वर्णन कीजिए।
Answers
जलियांवाला बाग हत्याकांड —
अंग्रेजों ने भारत में रोलेट एक्ट लागू कर दिया था जिसके अंतर्गत किसी भी भारतीयों को बिना कोई मुकदमा चलाए किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता था और उसे लंबे समय तक बिना किसी कारण के जेल में रखा जा सकता था। अंग्रेजों के इस निरंकुश कानून के विरोध में भारत भर में प्रदर्शन होने लगे थे। इसी संबंध में इस एक्ट का विरोध करने के लिए पंजाब के अमृतसर शहर के जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के दिन एक जनसभा का आयोजन किया। उस जनसभा में हजारों लोग एकत्रित हुए थे। अमृतसर में जनरल डायर नाम के एक अंग्रेज अफसर की नियुक्ति थी। वह उस सभा में पहुंचा और जनसभा को विसर्जित करने का आदेश दिया। इससे पहले ही जनसभा विसर्जित होती। उसने अपने सैनिकों को गोलीबारी करने का आदेश दे दिया और उसके सैनिकों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। जिसके कारण हजारों निर्दोष लोगों की जानें चली गई। अंग्रेजों ने उस जनरल डायर के इस शर्मनाक कृत्य के लिये सम्मानित भी किया।
यह भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इतिहास का एक काला अध्याय है और ब्रिटिश शासन की सबसे शर्मनाक घटना है। इस जघन्य हत्याकांड ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर बहुत गहरा प्रभाव डाला और यहीं से ब्रिटिश शासन के अंत होने की नींव पड़नी शुरू हो गई थी।