प्रश्न.7 निम्नलिखित काव्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
मानुष हों तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन।
जौ पसु हौं तो कहा बस मेरी चरौं नित नंद की धेनु मॅझारन ।।
पाहन ही तो त्रही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन।
जौ खग हो तो बसेरो करौं मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन।।
प्रस्तुत सवैये के काव्य सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
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answer bhut bda hai. thoda chota likho
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यहाँ पर रसखान ने ब्रज के प्रति अपनी श्रद्धा का वर्णन किया है। चाहे मनुष्य का शरीर हो या पशु का; हर हाल में ब्रज में ही निवास करने की उनकी इच्छा है। यदि मनुष्य हों तो गोकुल के ग्वालों के रूप में बसना चाहिए। यदि पशु हों तो नंद की गायों के साथ चरना चाहिए। यदि पत्थर हों तो उस गोवर्धन पहाड़ पर होना चाहिए जिसे कृष्ण ने अपनी उंगली पर उठा लिया था। यदि पक्षी हों तो उन्हं यमुना नदी के किनार कदम्ब की डाल पर बसेरा करना पसंद हैं।
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