प्रश्न 7.
"स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।" यह कथन किसका था?
Answers
“स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।” यह कथन भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी ‘लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक’ का था।
बाल गंगाधर तिलक भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। वो एक गणितज्ञ, विद्वान और दार्शनिक थे। उनका जन्म 23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरि में एक प्रतिष्ठित और सुसंस्कृत मराठी परिवार में हुआ था।
उनकी विचारधारा स्वतंत्रता के संबंध में उग्र थी, इसलिये उन्होंने ये नारा दिया। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे और पार्टी गरम दल का प्रतिनिधित्व करते थे।
वो एक प्रसिद समाजसेवी भी थे और जनमानस में बेहद लोकप्रिय थे इस कारण वो ‘लोकमान्य’ का उपाधि से प्रसिद्ध हुये।
महाराष्ट्र के वर्तमान गणेशोत्सव को सार्वजनिक तौर पर व्यापक और विविधता से मनाने के लिये प्रचलित करने का श्रेय भी उन्हें जाता है।
उनकी मृत्यु 1 अगस्त 1920 को बंबई (वर्तमान मुंबई) में हुई।
Explanation:
स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे या वाक्य बाल गंगाधर तिलक ने कहा था