Hindi, asked by raghav4258, 7 months ago

प्रश्न 7. उत्साह कविता में बादल को बच्चों की कल्पना के समान कहा गया है. क्यों ?
(ख) कई बार बादल देखने में बच्चों की तरह लगता है।
(1)
बदलता रहता है।
(क) जैसे बच्चे जोर-जोर से रोने लगते हैं, वैसे ही बादल भी जोर-जोर से गरजने लगते हैं।
(ग) जिस प्रकार बच्चों की मधुर कल्पना क्षण-क्षण बदलती रहती है, उसी प्रकार बादल का रंग-रूप भी क्षण-क्षण​

Answers

Answered by SHANTANU121
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Answer:

ta5whu5kwt5naut6fananjyfany4

Explanation:

gufouwg59wtf0tw0tvs8pb6

Answered by ranaindrakala
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Answer : utsha kavita mai badal ko baccho ki kalpana ke saman issiliye khaha gaya hai kyouki jaisai bacche jor-jor se rone lagte hai,vaise hi badal bhi jor-jor se garajte hai.Baccho ke kale gunggrale baalo ki partibinb ekdam kaale badaloo ki taraha lag rahi hai.

Explanation:

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