प्रश्न 8.
राजस्थान के भौतिक प्रदेशों के नाम लिखते हुए उनकी प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
अथवा
राजस्थान की भौतिक संरचनाओं के नाम लिखते हुए उनकी संक्षिप्त विशेषताएँ बताइये।।
अथवा
राजस्थान को किन-किन भौतिक क्षेत्रों में विभाजित किया गया है? किसी एक क्षेत्र का विस्तार से वर्णन कीजिए।
Answers
राजस्थान की भौतिक संरचना को देखते हुए राजस्थान को चार भागों में बांटा गया है राजस्थान के यह चार भौतिक क्षेत्र और उनकी विशेषताएं इस प्रकार हैं...
थार का मरुस्थल — थार का मरुस्थल राजस्थान के पश्चिम में पाकिस्तान की सीमा से लेकर मध्य राजस्थान में अरावली पर्वत श्रंखला तक राजस्थान के पश्चिमी भाग में फैला हुआ है। यह राजस्थान के लगभग साठ प्रतिशत भाग को घेरता है जिसमें राजस्थान के लगभग 12 जिले आते हैं। विश्व के जितने भी मरुस्थल हैं उनमें सबसे अधिक जनघनत्व राजस्थान के थार मरुस्थल में पाया जाता है। इसके अलावा पशु घनत्व, वर्षा, खनिज विविधता, वनस्पति, कृषि, सिंचाई के साधन और जैव विविधता से संपन्न होने के कारण ये विश्व का सबसे समृद्ध और धनी मरुस्थल कहा जाता है। क्षेत्र में मिट्टी व रेत के पीले पाए जाते हैं जो तेज हवाओं के साथ अपना स्थान बदलते रहते हैं। थार मरुस्थल में ज्यादातर भूमि का जल खारा होता है और यहां पर पानी का संकट रहता है। लेकिन नहर आदि बनाकर नदियों से यहां पानी पहुंचा कर पानी की आपूर्ति करने का प्रयास किया जाता रहा है।
अरावली पर्वत — राजस्थान के मध्यवर्ती भाग में दक्षिण-पश्चिम दिशा से उत्तर-पूर्व दिशा में अरावली पर्वत श्रंखला फैली हुई है। यह पर्वत श्रंखला विश्व की सबसे प्राचीन श्रंखलाओं में से एक मानी जाती है। इस श्रंखला की लंबाई गुजरात से लेकर दिल्ली तक लगभग 692 किलोमीटर है। इस श्रंखला राजस्थान को पूर्वी तथा पश्चिमी दो भागों में विभाजित करती है। यह पर्वत श्रंखला खनिज संसाधनों, वनस्पति, वन्यजीवों व नदियों के उद्गम स्थलों आदि से भरपूर है और इस पर्वत श्रंखला को राजस्थान की जीवन रेखा कहा जाता है। अरावली पर्वत श्रंखला की सबसे ऊंची चोटी ‘गुरु शिखर’ है जिसकी ऊंचाई 1722 मीटर है जो कि सिरोही जिले में स्थित है। ये क्षेत्र राजस्थान के 9% भाग को समेटे हुये है।
पूर्वी मैदान — यह क्षेत्र राजस्थान के लगभग 23% भाग को समेटे हुए है। पूर्वी मैदान की रचना चंबल, बनास, बाणगंगा आदि और उनकी सहायक नदियों द्वारा की गई है। चंबल नदी के आसपास का क्षेत्र ऊबड़-खाबड़ होने के कारण उसे बीहड़ कहा जाता है। पूर्वी मैदान राजस्थान का सबसे अधिक उपजाऊ क्षेत्र है और यहां पर जनसंख्या का घनत्व सबसे अधिक है। राजस्थान की लगभग 40% जनसंख्या इसी क्षेत्र में निवास करती है।
दक्षिणी-पूर्वी पठार — इसे हाडौती का पठार भी कहते हैं, ये राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी भाग में है। ये राजस्थान के लगभग 7% भाग को घेरे हुए है। इस क्षेत्र की मिट्टी काली होती है जो लावा से बनी है यह उपजाऊ मिट्टी होती है।