प्रश्न 8 उसके जीवन की फाइल मुकम्मल हो चुकी थी ? पंक्ति का क्या आशय है ?
Answers
उसके जीवन की फाइल मुकम्मल हो चुकी थी, इस पंक्ति का आशय इस प्रकार है...
उसकी जिंदगी की फाइल मुकम्मल हो चुकी थी, इस पंक्ति से आशय उस व्यक्ति के जिंदगी की फाइल मुकम्मल होने से यानि जिंदगी समाप्त होने से है, जो जामुन के पेड़ के नीचे दब गया था।
यह पंक्तियां ‘कृश चंद्र’ द्वारा लिखित ‘जामुन का पेड़’ नामक व्यंगात्मक कहानी से ली गई हैं। जिसमें लेखक ने सरकारी बाबुओं की सरकारी दफ्तरों में व्याप्त भ्रष्टाचार और लेटलतीफी तथा कुव्यवस्था पर कटाक्ष किया है कि किस तरह सरकारी दफ्तर संवेदनहीन होकर कार्य करते हैं। उनके सामने मानवीय जिंदगी की कोई महत्व नहीं होता वह केवल अपने खानापूरी में लगे रहते हैं।
जामुन के पेड़ के गिर जाने पर एक आदमी उसके नीचे दब गया था, लेकिन सरकारी बाबू लोग उसको तुरंत पेड़ के नीचे से निकालने की जगह फाइलों आदि की खानापूरी करने में लगे रहे और फाइलों की खानापूरी करने में इतना समय निकाल दिया कि उस आदमी के प्राण निकल गए।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○