प्रश्न 9: फल तो किसी दूसरी शक्ति पर निर्भर है -पाठ के संदर्भ में इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
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फल तो किसी दूसरी शक्ति पर निर्भर है'- पाठ के सदंर्भ में इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए । मनुष्य तो कर्म करता है । ... इस पाठ में लेखक ने चिट्ठियाँ प्राप्त करने के लिए भरसक प्रयास किया और उसे सफलता मिल ही गई गीता में भी कहा गया है कि " कर्मण्येव वाधिकारस्ते मा फलेषु कदावन कार्य के प्रति आसक्ति रखना उचित नहीं है ।
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