Hindi, asked by ns3036155vishal, 29 days ago

। प्रश्न - 9 सूरदास के पद विनय में सूरदास की भक्ति - भावना किस प्रकार प्रकट हुई है? अपने शब्दों में लिखें​

Answers

Answered by prachisrivastava957
6

Answer:

सूरदास जी वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं। उन्होंने श्रृंगार और शान्त रसों का भी बड़ा मर्मस्पर्शी वर्णन किया है। 'भक्ति' शब्द की निर्मिति 'भज्' धातु में 'क्विन्' प्रत्यय लगाने से हुई है, जिसका अर्थ होता है- 'ईश्वर के प्रति सेवा भाव।

Explanation:

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Answered by tileshwar404
0

Answer:

it is the correct answer

Explanation:

Answer: सूरदास जी वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं। उन्होंने श्रृंगार और शान्त रसों का भी बड़ा मर्मस्पर्शी वर्णन किया है। 'भक्ति' शब्द की निर्मिति 'भज्' धातु में 'क्विन्' प्रत्यय लगाने से हुई है, जिसका अर्थ होता है- 'ईश्वर के प्रति सेवा भाव।

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