Hindi, asked by nikki3134, 3 days ago

प्रश्न ४. अपने मित्र/ सखी को छुट्टियों में अपने पास बुलाने के लिए पत्र लिखिए। अथवा निम्नलिखित संकेत बिंदुओं की सहायता से 40 से 50 शब्दों का अनुच्छेद लिखिए. समय नियोजन I संकेत बिंदु- -समय नियोजन का अर्थ -- विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व -- समय पालन ना करने से नुकसान
pl help me please ​

Answers

Answered by swamividya20
1

Answer:

घंटाघर चौराहा

रामघाट रोड,

अलीगढ़

दिनांक : 1-3-2021

प्रिय सखी प्रमिला,

नमस्कार

मेरे तीसरे पत्र के उत्तर में आज तुम्हारा यह पत्र प्राप्त हुआ है। यह जानकर मुझे बहुत खुशी हो रही है कि तुम्हारी परीक्षाएं बहुत अच्छी हुई है और अब तुम नए सत्र के शुरू होने तक फुर्सत में हो इसलिए मैं इस पत्र के माध्यम से तुम्हें लखनऊ घूमने का आमंत्रण दे रही हूं।

हम दोनों की छुट्टियां हैं और इन छुट्टियों में मैं तुम्हारे साथ समय बिताना चाहती हूं। मुझे पता है कि लखनऊ की शाही और नवाबी अंदाज की तुम पहले ही मुरीद हो।

हमारा पूरा परिवार लखनऊ जा रहा है। तुम मेरे परिवार के सभी सदस्यों को अच्छी तरह जानती हो और उनसे अच्छी तरह घुल मिली हुई हो। पिताजी तुमसे मिलना चाह रहे थे इसलिए मैंने सोचा कि एक पंथ दो काज हो जाएगा। हम दोनों छुट्टियां भी साथ बिता लेंगे और मेरा परिवार तुमसे मिल भी लेगा। आशा है तुम्हें मेरे कार्यक्रम से कोई असुविधा नहीं होगी। चाचा जी से मैं अपने पिताजी की बात करा दूंगी और उनकी सहमति ले लूंगी।

शेष सब कुशल है। परिवार के सदस्यों को मेरा उचित अभिवादन बोलना।

तुम्हारी सहेली

कल्पना

Explanation:

Answered by nikkis7
1

मैं यहां कुशल मंगल से हूं और तुम्हारी कुशलता की कामना चाहता हूं। तुम्हारा पत्र मिला और उससे यह जानकारी हुई कि तुम मेरे अवकाश के कार्यक्रम के बारे में जानना चाहते हो। अभी तो मैं पढ़ाई में व्यस्त था इसलिए कुछ सोच नहीं पाया। लेकिन अब मेरा कार्यक्रम तय हो गया है। इस बार मैं छुट्टियों में अपने गांव दादाजी के पास जाना चाहता हूं।

शहर की भीड़भाड़ से दूर कुछ दिन मैं गांव की अमराईयो और नदी के किनारे बिताना चाहता हूं। मेरे चचेरे भाई-बहन मुझसे मिलने के लिए आतुर है इसलिए मैं चाह रहा था कि तुम भी आ जाओ और हम सब इस बार की छुट्टियां गांव में एक साथ मिलकर बिताएंगे। मुझे पता है कि अब तक तुमने किसी गांव को नजदीक से नहीं देखा होगा क्योंकि तुम्हारी कई पीढ़ियां शहरों में ही रहती आई है।

तुम्हें गांव की संस्कृति और रहन-सहन देखने की जिज्ञासा अवश्य होगी।

अपने पिताजी से अनुमति लेकर मुझे अवश्य बताना। मुझे अच्छी तरह पता है कि तुम्हें मेरे साथ आने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

तुम्हारी सहमति की प्रतीक्षा में

तुम्हारा अभिन्न मित्र

राहुल

Similar questions